Tuesday, April 30, 2024
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शहीद को पैतृक गांव में दी गई अंतिम विदाई, 5 साल के बड़े बेटे ने दी मुखाग्नि

सफीदों के गांव बहादुरगढ़ में दी गई शहीद प्रमोद को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई, जब मासूम ने पिता को अग्नि दी तब फूट फूट कर रोये दादा, गांव के हर इंसान की आँखे हुई नाम जलसेना में नायब सूबेदार के पद पर तैनात गोवा में कर रहे थे ड्यूटी, समुद्री जहाज की बेल टूटने से हुआ हादसा

जींद। जलसेना में तैनात नायब सूबेदार शहीद प्रमोद कुमार आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। एक दिन पहले गांव स्थित परिवार में ख़ुशी का माहौल था कि बेटा छुट्टी पर जल्द घर आ रहा है। परिवार में 12 फरवरी को शादी थी। पत्नी को फोन कर जलसेना में तैनात नायब सूबेदार प्रमोद कुमार ने कहा था कि वो 11 फरवरी को पहुंच जायेगा, उसकी छुट्टी मंजूर हो गई है, लेकिन होनी को शायद कुछ और ही मंजूर था। दो घंटे बाद वहीँ खुशियां मातम में बदल गई और जवान प्रमोद के शहीद होने की खबर मिली। पूरे गांव में हड़कंप मच गया किसी को यकीन नहीं हुआ ये खबर कैसे आई, जबकि कुछ देर पहले वे पत्नी से बात कर रहे थे।

तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर गांव बहादुरगढ़ पहुंचा

हरियाणा में जींद के सफीदों स्थित गांव बहादुरगढ़ के भारतीय जल सेना के जवान प्रमोद (28) करीब 5 साल पहले कोस्ट गार्ड में बतौर नायब सूबेदार भर्ती हुए थे। प्रमोद कुमार गोवा में तैनात थे। ड्यूटी के दौरान समुद्री जहाज की बेल टूटने से हुए हादसे में प्रमोद कुमार चोटिल हो गए थे। उनको तत्काल अस्पताल में ले जाया गया जहां पर उन्होंने अंतिम सांस ली। लेकिन 5 फरवरी को मौत से 2 घंटे पहले प्रमोद कुमार ने पत्नी कविता से बात की थी। प्रमोद ने कहा था कि वह 11 फरवरी को घर आएंगे। परिवार में 12 फरवरी को शादी होनी थी। इसके बाद 13 मार्च को ही उनकी ड्यूटी गुजरात में लगी थी। उन्हें छुट्टी के बाद गुजरात में ज्वाइन करना था, इससे पहले ही उनके साथ हादसा हो गया।

शहीद के पिता और परिजनों का रो-रोकर हुआ बुरा हाल

आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। जैसे ही प्रमोद कुमार का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर गांव बहादुरगढ़ पहुंचा तो परिवार व गांव में शोक की लहर दौड़ गई। सेना की टुकड़ी पार्थिव शरीर लेकर गांव में पहुंची तो ग्रामीणों ने प्रमोद कुमार अमर रहे के नारे लगाए। वहीं इंडियन कोस्ट गार्ड सचेत की ओर से डिप्टी कमांडेंट योगेश सिंह के नेतृत्व में आई सेना की 9 सदस्यीय टुकड़ी व हरियाणा पुलिस के जवानों ने शस्त्र झुकाकर व मातमी धुन बजाकर अपने साथी को अंतिम विदाई दी।

अंतिम दर्शनों के दौरान शहीद प्रमोद कुमार के पिता सतपाल सिंह, पत्नी, बच्चों व भाई का रो-रोकर बुरा हाल था। शहीद प्रमोद कुमार के 5 वर्षीय बेटे ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। सफीदों हलका के विधायक सुभाष देशवाल ने कहा कि प्रमोद कुमार ने देशसेवा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। वे उनके बलिदान को नमन करते हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि शहीद के परिवार को बड़ी आर्थिक सहायता व परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए। एसडीएम सत्यवान सिंह मान ने कहा कि पूरा सफीदों प्रशासन परिवार के साथ है। परिवार की प्रशासन की ओर से हर संभव मदद की जाएगी।

स्कूली बच्चों ने शहीद के सम्मान में तिरंगा लहरा कर दी श्रद्धांजलि
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