Friday, May 17, 2024
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रोहतक डिपो में 200 चालक-परिचालकों के हुए तबादले, बसों का संचालन कम होने से यात्री परेशान

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जनरल मैनेजर की गाइडलाइन के तहत प्रतिदिन 20 चालक-परिचालकों को ही रिलीव किया जा रहा था। लेकिन अब 94 चालक व 81 परिचालकों को रिलीव करने के बाद व्यवस्था चरमरा गई है। यात्रियों को बसें न मिलने के कारण परेशान होकर अपने गंतव्य तक पहुंचना पड़ रहा है।

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रोहतक। रोहतक डिपो में पिछले दिनों काफी बड़ा फेर बदल हुआ है। जिले में चालक और परिचालकों का बड़ी संख्या में तबादला कर दिया गया है। डिपो में 709 चालक और परिचालकों के स्टाफ में से 200 को विभाग ने अन्य जिलों में भेज दिया है। इसकी वजह से अभी जिले में बसों का संचालन करने वाले लोग स्टाफ में कम हो गए हैं और अभी तबादला किये गए स्टाफ की जगह कोई नया स्टाफ भी नहीं आया है। यही वजह है कि रूटों पर बसों की संख्या कम हो गई है और भीषण गर्मी में इसका खामियाजा यात्री भुगत रहे हैं।

बताया जा रहा है कि विभाग ने पिछले हफ्ते 94 चालक और 106 परिचालकों का तबादला कर दिया है। रोहतक डिपो में 180 बसों के अनुपात में सरप्लस स्टाफ था, इसलिए इतने बडे़ स्तर पर तबादले हुए। विभाग के पास जिले में 342 चालक थे अब इनकी संख्या 248 रह गई है। इसके अलावा परिचालकों की संख्या 367 थी जोकि अब 260 रह गई है। स्टाफ कम होने के कारण अलग-अलग रूटों पर बसों के फेरे कम हो गए हैं। कुछ रूटों पर तो बसें ही नहीं चल रही हैं। अब यात्री परेशान हैं और प्राइवेट वाहनों में सफर करने के लिए जाना पड़ रहा है।

नए बस स्टैंड पर पर्याप्त मात्रा में चालक-परिचालक न होने के कारण समस्या बढ़ती जा रही है। लोकल रूटों पर चलने वाली रोडवेज की बसें कुछ रूटों पर कम हो गई हैं। लेकिन फरमाणा, काहनौर, चिमनी, सांगाहेडा, महम, जुलाना और गोहाना की तरफ जाते वक्त ग्रामीण क्षेत्रों से निकलने वाली बसें नहीं चल रही हैं। लोकल रूटों पर बस न मिलने के कारण यात्रियों को लंबे रूट की बसों में सफर करना पड़ रहा है। पहले लंबे रूट की बसों में भीड़ नहीं हाेती थी। लेकिन अब दो दिन से इन बसों में चढ़ना मुश्किल हो गया है। यात्रियों को आउटर पर ही उतरकर पैदल अपने गंतव्य स्थान तक जाना पड़ रहा है।

हरियाणा परिवहन कर्मचारी संघ के राज्य महासचिव अमित महराणा ने बताया कि ऑनलाइन तबादला नीति के तहत चालक व परिचालकों का गलत तरीके से तबादला किया है। बीमार कर्मचारियों को भी 100 किलोमीटर दूर भेजा गया है। इसके कारण रोहतक डिपो में भी यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। ऑनलाइन तबादला नीति के तहत एक भी नया कर्मचारी रोहतक के लिए नहीं दिया है। कर्मचारियों के साथ किए गए अन्याय को लेकर 29 मई को बस स्टैंड परिसर में रोष प्रदर्शन किया जाएगा। तबादला हुए कर्मचारियों की वापसी की मांग ही जाएगी। जल्द समाधान नहीं हुआ तो अगले माह परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा का घेराव करने पर मजबूर होंगे।

रोडवेज महाप्रंबधक भारत भूषण गोगिया ने कहा कि रोहतक डिपो से ऑनलाइन तबादला नीति के तहत कई चालकों व परिचालकों के तबादले हुए हैं। इसके कारण शुरूआत में इस तरह की दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। अभी स्टाफ की कमी नहीं होगी, जल्द ही इस पर काबू पा लिया जाएगा। हमारे पास सरप्लस स्टाफ है, यात्रियों को परेशान नहीं होने दिया जाएगा।

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