Monday, May 6, 2024
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रोहतक के सरकारी स्कूलों में कमजोर बच्चों के लिए लगेगी रेमेडियल कक्षाएं, शिक्षा विभाग का एक्शन प्लान शुरू

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हरियाणा के सरकारी स्कूलों में बोर्ड परीक्षाओं में सुधार के लिए शिक्षा विभाग का एक्शन प्लान शुरू, नवंबर तक सिलेबस पूरा कर रेमेडियल क्लासेस से कमजोर विद्यार्थियों को करवाएंगे तैयारी, अधिकारी स्कूलों में पहुंचकर करेंगे तैयारियों की जांच

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रोहतक। रोहतक के हरियाणा और सीबीएसई बोर्ड से मान्यता प्राप्त स्कूलों में कक्षा 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षा की तैयारी को लेकर शिक्षा विभाग ने एक्शन प्लान शुरू किया है। स्कूल शिक्षा विभाग इस बार हाईस्कूल के कमजोर विद्यार्थियों के लिए रेमेडियल (निदानात्मक) कक्षाएं लगाएगा। सबसे खास बात यह होगी कि यह कक्षाएं टाइम- टेबल के अनुसार ही संचालित की जाएंगी। छात्र- छात्राओं के लिए रेमेडियल कक्षाएं लगाने का उद्देश्य परीक्षा परिणाम 70 फीसदी से अधिक रखना है। इसी क्रम में कमजाेर छात्र- छात्राओं पर विशेष ध्यान दिया जाना है।

जानकारी के अनुसार स्कूलों में नवंबर तक सिलेबस पूरा कर स्टूडेंट्स को रिवीजन करवाया जाएगा। साथ ही कमजोर विद्यार्थियों के लिए रेमेडियल क्लासेस यानी सुधारात्मक कक्षाएं शुरू की जाएगी, ताकि कमजोर विद्यार्थियों की तैयारी में सुधार लाया जा सके। खास बात यह है कि इस बार जिला स्तर पर शिक्षा अधिकारी समय-समय पर स्कूलों का निरीक्षण कर बोर्ड परीक्षा की तैयारियों की जांच करेंगे, ताकि पिछले साल जिले के जिन सरकारी स्कूलों का रिजल्ट खराब रहा है उसे सुधारा जा सके।

शैक्षणिक सत्र 2022-23 में जिले के निजी स्कूलों की तुलना में सरकारी स्कूलों का रिजल्ट 22.22 प्रतिशत कम रहा है। इसको लेकर इस बार शिक्षा विभाग ने बोर्ड परीक्षाओं में खराब परिणाम देने वाले स्कूल और शिक्षकों से शैक्षणिक सत्र 2023-24 में इम्प्रूवमेंट को लेकर लिखित में प्लान लिया है। इतना ही नहीं, शिक्षकों से परीक्षा परिणाम में सुधार लाने के लिए रणनीति और इस साल उनकी कक्षा का परिणाम कितना रहेगा। इसके बारे में लिया गया है। इसके अनुसार ही शिक्षक अब परीक्षा को लेकर तैयारी में जुट गए हैं।

स्पेशल क्लास लगाकर करवाई जाएगी परीक्षा की तैयारी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी सांपला सुमन हुड्डा ने बताया कि पिछले साल जिन स्कूलों का बोर्ड परीक्षा परिणाम खराब रहा है। उन स्कूलों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इसके लिए शिक्षकों से परीक्षा परिणाम में सुधार लाने के लिए टारगेट सेट किए हैं। इसके अनुसार ही शिक्षक अब काम कर रहे हैं। इसके साथ ही दिसंबर और जनवरी में प्री बोर्ड होगी।

इसमें विद्यार्थी बोर्ड परीक्षाओं को लेकर अपनी तैयारी का आकलन कर सकेंगे कि उनकी तैयारी बेहतर हुई या नहीं। इसके अनुसार ही स्कूलों में स्पेशल क्लासेस भी लगाई जाएगी। क्योंकि स्पेशल क्लासेस में सिलेबस पूरा होने के बाद स्टूडेंट्स को रिवीजन के लिए टाइम मिलेगा। इस समय कस उपयोग वह अपने सिलेबस को 2 से 3 बार रिवीजन करने के लिए कर सकेंगे। स्कूलों में हुए सेट एग्जाम के बाद शिक्षकों को अंदाजा हो गया है।

रोहतक जिला शिक्षा अधिकारी मनजीत मलिक के अनुसार शिक्षा विभाग की ओर से जिले के खराब प्रदर्शन करने वाले स्कूलों की जानकारी मांगी गई है। इसमें खराब परिणाम देने वाले राजकीय स्कूलों के लिए टारगेट सेट कर तैयारी करवाई जाएगी, ताकि शैक्षणिक सत्र 2023-24 में बोर्ड परीक्षा परिणाम में सुधार लाया जा सके। इसके लिए अधिकारियों की टीम समय समय स्कूलों में निरीक्षण कर बोर्ड परीक्षाओं की तैयारी को लेकर जांच भी करेगी।

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