पंजाब सरकार के आदेशों के विपरीत किसान धान की पराली में आग लगाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. मानसा जिले के खिल्लन गांव में किसानों ने धान की पराली को आग लगा दी और किसानों का कहना है कि सरकार ने धान की पराली की कमी का समाधान नहीं किया है, जिसके कारण किसान पराली को आग लगाने के लिए मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि अगर कोई भी अधिकारी आकर उन्हें रोकने की कोशिश करेगा तो उन्हें किसानों के विरोध का सामना करना पड़ेगा। सरकार धान के पुआल में आग नहीं लगाने की अपील कर रही है, साथ ही सरकार द्वारा धान के पुआल में आग लगाने वाले किसानों की जमीन पर लाल लकीर और पर्चा दर्ज करने का आदेश भी जारी किया गया है, लेकिन सरकार के आदेश के विपरीत धान की पराली में आग लगाकर किसान कर रहे विरोध प्रदर्शन, कहा धान की पराली की कमी का कोई समाधान नहीं मनसा जिले के खिलन गांव में किसानों ने धान की पराली में आग लगाकर विरोध प्रदर्शन किया किसान काफी समय से धान की पराली की बर्बादी के लिए सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार की ओर से किसी भी किसान को मुआवजा नहीं दिया जा रहा है।
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किसान नेताओं ने कहा कि उन्हें जमीन में एक क्विंटल पराली के लिए 500 रुपये दिये जाते थे, लेकिन सरकार ने नहीं दिये, लेकिन दूसरी ओर किसानों का धान नहीं खरीदा जा रहा है और किसानों को पराली जलाने से रोका जा रहा है। लाठी के बल पर पराली जलाने का आरोप किसानों पर पर्चा दर्ज कर रहे किसान नेताओं ने कहा कि आज भी कई पुलिसकर्मी आग बुझाने के लिए यहां आए थे। उन्होंने कहा कि अगर कोई अधिकारी आकर उन्हें रोकने की कोशिश करेगा किसानों के विरोध का सामना करना पड़ेगा।