रोहतक। रेल यात्रियों के लिए जरूरी खबर है, अगर आप कल यानि 27 जून को आप ट्रेन से रोहतक से दिल्ली का सफर करने जा रहे हैं तो ये खबर जाने से पहले अवश्य पढ़े। कल किसानों ने सरकार को ट्रेने रोकने की चेतावनी दी है। वजह यह है कि केएमपी एक्सप्रेसवे और रेल कॉरिडोर के लिए अधिग्रहित की गई जमीन का मुआवजा नहीं बढ़ने से नाराज किसानों ने अब रेलवे ट्रैक जाम करने की तैयारी कर ली है। इसे लेकर 27 जून को किसान बैठक करेंगे और टिकरी बॉर्डर से आसौदा गांव तक कई पॉइंटों पर रेल रोकी जाएगी। भारत भूमि बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले बहादुरगढ़ के आसौदा गांव में हुई पंचायत में रेल रोकने का फैसला लिया गया है।
किसान नेता रमेश दलाल ने सरकार को सीधी चेतावनी देते हुए कहा है कि किसान अब कहीं भी सरकार से बातचीत करने के लिए नहीं जाएंगे। अगर सरकार ने अधिग्रहित की गई जमीन के अवार्ड में संशोधन नहीं किया तो किसान रेलवे ट्रैक जाम कर देंगे। किसान नेता रमेश दलाल ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल पर भी जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने सीएम मनोहर लाल खट्टर को अपने निजी सचिव का रबड़ स्टैंप करार दिया है।
रमेश दलाल ने बताया कि सरकार किसानों की अधिग्रहित जमीन का मुआवजा बढ़ाने को तो तैयार है, लेकिन इसे अवार्ड में संशोधन करने की वजह सरकार आर्बिट्रेशन के जरिये बढ़ा हुआ मुआवजा किसानों को देना चाह रही है जो कि गलत है। रमेश दलाल का कहना है कि अगर सरकार किसानों का मुआवजा बढ़ाना ही चाह रही है तो अवार्ड में संशोधन करके मुआवजा बढ़ाए, जिससे कि किसानों को इसका सीधा लाभ मिल सके।
आपको बता दें कि किसान पिछले 6 महीने से केएमपी एक्सप्रेसवे के साथ बनने वाले नए रेल कॉरिडर के लिए अधिग्रहित की गई जमीन का मुआवजा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार अपनी जिद पर अड़ी हुई है। अब किसानों ने सरकार के साथ सीधी लड़ाई लड़ने का मन बना लिया है और इसीलिए अब रेलवे ट्रैक जाम करने की चेतावनी दी गई है, लेकिन अब देखना होगा कि सरकार पर किसानों की चेतावनी का कितना असर होता है और सरकार किसानों को मनाने के लिए क्या रणनीति अपनाती है।