Thursday, May 2, 2024
Homeदेशइन राज्यों में जारी रहेगा भीषण गर्मी का कहर

इन राज्यों में जारी रहेगा भीषण गर्मी का कहर

Heat Wave: इन दिनों भारत के अधिकांश राज्य गर्मी की तपिश से तप रहे हैं। अप्रैल के महीने में तापमान 40-45 डिग्री के पार जा रहा है। जिसके कारण हीट वेव (Heat Wave) की स्थिति बन गई है। भारतीय मौसम विभाग  (IMD) के अनुसार, अभी 3 दिनों तक पूर्वी भारत में हीट वेव की स्थिति बनी रहेगी। वहीं उत्तरी-पश्चिम में तीन दिनों के भीतर बारिश  होने की आशंका जताई जा रही है।

इन राज्यों में हो सकती है बारिश (Heat Wave)

मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ने आशंका जताई है कि  पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के कुछ क्षेत्रों में आज भारी बारिश होने की संभावना है, जिसमें हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड जैसे राज्य शामिल हैं। अगले 3 दिनों में पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ हल्की बारिश हो सकती है।

आने वाले 5 दिनों में मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में गरज, बिजली और तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के विदर्भ क्षेत्र में 20 अप्रैल को ओलावृष्टि हो सकती है। पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड और बिहार में 21 से 23 अप्रैल के बीच गरज और बिजली गिरने के साथ-साथ बारिश होने की संभावना है।

वहीं 19 अप्रैल को असम के डिब्रूगढ़ में तेज आंधी के साथ-साथ शहर के कई हिस्सों में झमाझम बारिश हुई। मौसम में बादलाव के कारण लोगों को गर्मी से राहत मिली। चंडीगढ़ के भी कई इलाकों में बारिश हुई।

हीट वेव को लेकर केंद्र सरकार ने मजदूरों और श्रमिकों के लिए जारी किया अलर्ट 

केंद्र सरकार ने देश के तमाम उन राज्यों को एक एडवाइजरी जारी की है जहां हीट वेव का कहर जारी है। केंद्र सरकार की ओर से कहा गया है कि वे हीट वेव की स्थिति के प्रभाव को कम करने के लिए सभी क्षेत्रों में श्रमिकों और मजदूरों के लिए काम के घंटों को फिर से निर्धारित करें।

केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से कहा है कि वह मौसम की विभीषिका और बढ़ती गर्मी को देखते हुए तमाम उद्योगों से जुड़े कर्मचारियों की बेहतरी के लिए पर्याप्त कदम उठाया जायें। मजदूरों के काम के घंटों का पुनर्निर्धारण, कार्यस्थलों पर पर्याप्त पीने के पानी की सुविधा सुनिश्चित करना, आपातकालीन आइस पैक और निर्माण श्रमिकों के लिए गर्मी की बीमारी से बचाव सामग्री का प्रावधान करने के निर्देश दिए हैं।
 मजदूरों के लिए पानी की व्यवस्था की जाए। माइंस के अंदर रेस्ट एरिया बनाए जाएं। यदि कोई श्रमिक अस्वस्थ है तो उसे आराम करने दिया जायें। काम करने के समय में ढ़ील दी जायें।

 

- Advertisment -
RELATED NEWS

Most Popular