रोहतक। रोहतक में दिवाली के बाद देवउठनी एकादशी से भगवान विष्णु के जागने के साथ ही शादियों का सीजन शुरू हो जाएगा। अधिकतर लोग देवउठनी एकादशी के बाद शुभ मुहूर्त देखकर ही अपने मांगलिक कार्यों की शुरुआत करते हैं। हर साल कार्तिक माह की शुक्ल पक्ष की एकादशी को देवउठनी एकादशी मनाई जाती है। साल के इन दो महीनों नवंबर और दिसंबर में विवाह के शुभ मुहूर्त खूब हैं, लेकिन 23 नवंबर गुरुवार को देव उठनी पर शादियों का अबूझ साया है। सीजन की सबसे अधिक शादियां इसी दिन होनी है।
हालांकि शादियों के सीजन को शुरू होने में कुछ ही दिन शेष है। लेकिन अभी से गुलाबी ठंड और शहनाइयों की मधुर गूंज से इन दिनों शहर की फिजा बदली हुई है। शहर की प्रत्येक गलियों में कहीं ना कहीं लड़ियां जगमगाती देखी जा सकती हैं और तो और सड़कों, धर्मशालाओं और मैरिज पैलेसों में बैंड बाजे की तैयारियों में जुटे है। 23 नवंबर से शादियों का सिलसिला शुरू होकर 29 दिसंबर तक चलेगा। हालांकि शादियों का सबसे बड़ा मुहूर्त 23 नवंबर को है जोकि 29 नवम्बर तक लगातार चलेगा। 23, 24, 27, 28 व 29 नवम्बर को शुभ मुहूर्त होने से शहर में शादियों की धूम रहेगी। 29 दिसंबर के बाद विवाह योग्य युवकों को 14 जनवरी तक इंतजार करना होगा।
इस दिन जिले में सबसे अधिक युवा परिणय सूत्र में बंधेंगे, जिसके चलते शहर के अधिकांश मैरिज पैलेस, धर्मशालाओं, टेंट हाउस, फोटो स्टूडियो, बसों और कारों की एडवांस बुकिंग हो चुकी है। शादी समारोहों से जुड़े लोगों की बल्ले-बल्ले हो रही है। कुछ लोग तो इसका फायदा उठाते हुए मुंहमांगे रेट वसूल रहे हैं। वहीं कुछ लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर के सभी धर्मशालाओं व मैरिज पैलेसों में एडवांस बुकिंग है, जिस कारण बाहर से आने वाले यात्रियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। शहर के लगभग सभी पैलेस व धर्मशालाएं पहले से ही बुक हैं। एक अनुमान के मुताबिक 23 से 29 नवम्बर तक तक जिले में ढाई सौ युवा परिणय सूत्र में बंधेंगे।
कई मैरिज गार्डन और बैंक्वेट हॉल में इस महीने में दिन-रात दो शिफ्टों में शादियों की बुकिंग है। लोकल कैटरिंग लगभग सभी बुक है, कोई खाली नहीं है। मंदी की मार के चलते कभी खाली बैठकर सारा दिन ग्राहकों के इंतजार करते हलवाई और कैटरर्स अब ढूंढे नहीं मिल रहे हैं। कई रईस लोगों ने अच्छे कैटरर्स नहीं मिलने पर दिल्ली से कैटरिंग का सामान मंगवाया है। इतना ही नहीं गांव में छोटी-मोटी दुकान चलाने वाले हलवाइयों की भी चांदी बनी हुई है। नए करेंसी नोटों की ब्लैक भी शुरू हो गई हैं। जिन घरों में शादियां हैं, वहां तैयारियां चल रही हैं। लोग सामान की खरीदारी में जुटे रहे। इसके चलते बाजार भी गुलजार नजर आए। कपड़ों की दुकान हो या फिर ब्यूटी पार्लर, शूज, सौंदर्य प्रसाधन, रेडीमेड कपड़े आदि हरेक पर भीड़ देखने को मिल रही है।
डीजे सेंटर के संचालक ने बताया कि पहले वह 15 हजार रुपये में डीजे की बुकिंग कर लेते थे लेकिन इन दिनों डीजें की पूरी डिमांड है। लोग 25 से 30 हजार रुपये तक देने को तैयार हैं। इसी प्रकार प्रिंटिंग प्रेस वालों की पूछ भी एकाएक बढ़ गई है। रेलवे रोड स्थित प्रिंटिंग प्रेस वालों का कहना है कि दशहरे के बाद उनका सीजन लगातार चल रहा है। 29 नवम्बर तक की शादियों के उनके पास सैंकड़ों ऑर्डर आए हैं। श्री श्याम मंदिर के पुजारी पंडित राजेश शर्मा ने बताया कि 23, 24, 27, 28 व 29 नवम्बर के बहुत बड़े साए हैं। 23 नवंबर को अकेले उनके पास 15 शादियों का निमंत्रण आ चुका है। उन्होंने बताया कि यह सिलसिला सप्ताहभर तक चलेगा। उसके बाद 13 जनवरी को लोहड़ी वाले दिन शादियां है। उसके बाद यह सीजन फिर अप्रैल में आएगा।