रोहतक। रोहतक में पिछले 28 दिन से धरने पर बैठे ग्रामीण सफाई कर्मचारियों ने अब आंदोलन की चेतावनी दी है। दरअसल हरियाणा ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन की पंचायत मंत्री के साथ होने वाली 8 नवंबर की वार्ता स्थगित हो गई है। जिसके चलते रोहतक में कर्मचारियों ने गुस्सा जाहिर करते हुए रोष प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि 9 नवंबर को भी विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। इसकी अध्यक्षता जिला प्रधान दलेर सिंह और संचालन जिला सचिव संदीप लाढोत ने किया।
सीटू जिला अध्यक्ष कमलेश लाहली और यूनियन कोषाध्यक्ष ने कहा कि सरकार जानबूझकर आंदोलन को लंबा खींचकर फूट डालने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार आती-जाती रहती है, जिसका कार्यकाल केवल 5 साल है। लेकिन ग्रामीण सफाई कर्मचारी पूरा जीवन कार्य करेंगे, इसलिए कुछ ही समय बचा है। 2024 के विधानसभा और लोकसभा चुनाव में ग्रामीण सफाई कर्मचारी भाजपा और जजपा गठबंधन सरकार को सत्ता में उखाड़ फेंकने का कार्य करेंगे।
भाजपा ने सत्ता में आने से पहले ग्रामीण सफाई कर्मचारियों का सरकारी कर्मचारी का दर्जा देने का वादा किया था। इसलिए झूठ बोलने वालों पर कभी विश्वास नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि देश की जनता की आंखों में धूल झोंककर भाजपा नेतृत्व वाली सरकार में देश को अडानी-अंबानी बड़े पूंजीपतियों के हाथों बेच डाला। भुखमरी, बेरोजगारी और महंगाई अपने चरम पर है।
सीटू जिला सचिव कॉमरेड विनोद और धर्मवीर हुड्डा ने कहा कि मोदी और खट्टर सरकार विकास के नाम पर विनाश का रास्ता अपना रही है। देश का किसान मजदूर 26 नवंबर से लेकर 28 नवंबर तक राज्य की सभी राजधानियों के अंदर पड़ाव डालते हुए सरकार की नीतियों के खिलाफ बिगुल बजाते हुए 2024 के अंदर होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव में में सबक सिखाएंगे।