भारत के मोस्ट वांटेड खालिस्तान समर्थक लखबीर सिंह रोडे की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि उनकी मौत 2 दिसंबर को पाकिस्तान में हुई थी। विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लखबीर सिंह के भाई और अकाल तख्त के पूर्व जत्थेदार जसबीर सिंह रोडे ने पाकिस्तान में उनकी मौत की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि भाई लखबीर सिंह का अंतिम संस्कार सोमवार को पाकिस्तान में किया गया, लेकिन यह खबर पाकिस्तान ने प्रकाशित नहीं की।
इस खबर के फैलने के बाद खालिस्तानी समर्थकों में हड़कंप मच गया है। हाल ही में एक के बाद एक खालिस्तानी समर्थकों की मौत की खबरें आ रही हैं। लखबीर सिंह रोडे के बैकग्राउंड की बात करें तो 72 वर्षीय लखबीर सिंह रोडे पंजाब के मोगा जिले के गांव रोडे के रहने वाले थे और वह दम दमी टकसाल के नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले के भतीजे हैं।
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वह पूर्व जत्थेदार जसवीर सिंह रोडे के भाई थे। पंजाब में आतंकवाद के मामले में मशहूर होने के बाद वह दुबई में बस गए और उसके बाद उन्होंने पाकिस्तान को अपना घर बना लिया। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने भारत विरोधी साजिश में लखबीर का इस्तेमाल किया। वह ड्रोन के जरिए अवैध हथियार और ड्रग्स भारत भेजता था।
लखबीर सिंह रोडे खुद पाकिस्तान में अलग-अलग जगहों पर शरण लेते थे लेकिन उनका परिवार कनाडा में रहता है। वह कई सालों से अपने परिवार से अलग था और अब पंजाब में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए पाकिस्तान में काम कर रहा था। पंजाब की कई बड़ी घटनाओं में रोडे का नाम आया। इसमें पाकिस्तान से भारत में टिफिन बम भेजने का मामला भी शामिल है।