Haryana Crop Loss Compensation: मार्च के महीने में हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया। हरियाणा, पंजाब और आसपास के राज्यों में तैयार फसलों को भारी नुकसान हुआ। फसल बर्बाद से परेशान किसानों के लिए हरियाणा सरकार ने मुआवजे का ऐलान किया है। मनोहर सरकार ने आकलन और सत्यापन के आधार पर मुआवजे की व्यवस्था की है। ऐसे किसान जिन्होंने फसलों का बीमा नहीं करवाया है, उनको गेहूं की फसल में 75 फीसदी नुकसान के लिए 15000 रुपये प्रति एकड़ और 50 से 75 फीसदी के बीच फसल नुकसान होने पर 12000 रुपये प्रति एकड़ की दर से मुआवजा मिलेगा।
अच्छी बात यह है कि सरकार द्वारा रबी 2023 फसलों में हुई क्षति से किसानों को राहत देने के लिए ‘ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल’ 3 अप्रैल, 2023 तक दोबारा खोला गया है। किसान भाई सबसे पहले मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करें और बाद में ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल पर फसल नुकसान की भरपाई के लिए आवेदन की प्रक्रिया को पूरा करें। आवेदन की आखिरी तिथि 3 अप्रैल है।
3 अप्रैल, 2023 तक फिर खुला ई-क्षतिपूर्ति पोर्टलhttps://t.co/DPD5YGB3xJ पर दर्ज करें फसल की स्थिति pic.twitter.com/G5oEc4EGWd
— MyGovHaryana (@mygovharyana) March 31, 2023
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हाल ही में हुई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से हुए नुकसान का आकलन करने के बाद किसानों को मई महीने तक फसल नुकसान का पूरा मुआवजा मिल जाएगा। गिरदावरी का काम 15 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा और सभी किसानों को पारदर्शी तरीके से मुआवजा दिया जाएगा। खट्टर ने कहा कि मौजूदा सरकार ने किसानों को 1,300 करोड़ रुपये का मुआवजा दिया है। किसानों को अपने नुकसान का विवरण ई-फसल क्षतिपूर्ति पोर्टल पर भरना अनिवार्य है। इसके अलावा जो किसान स्वयं पोर्टल पर नुकसान का आकलन नहीं भर सकते हैं, वे कॉमन सर्विस सेंटर पर जाकर भरवा सकते हैं। इसका खर्च सरकार वहन करेगी।
किसान भाइयों के खातों में मई महीने में भेज दिया जाएगा उनकी फसल खराबे का मुआवजा pic.twitter.com/rgVO7HarXk
— Manohar Lal (@mlkhattar) March 31, 2023
सीएम मनोहर लाल ने कहा, फसल बीमा कराने वाले किसानों को कंपनी द्वारा भुगतान किया जाता है और बीमा नहीं कराने वाले किसानों को सरकार द्वारा प्रति एकड़ 15 हजार रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।