पंजाब में बदलते मौसम के हालात ने किसानों की हालत खस्ता कर दी है। अलग-अलग हिस्सों में हो रही बारिश से खेतों में खड़ी फसल बर्बाद हो रही है, वहीं पंजाब में सुबह तेज हवा और बारिश के कारण किसानों की मंडियों में पड़ी गेहूं की फसल भी बर्बाद हो रही है।
किसानों ने कहा कि गेहूं की कटाई का काम जोरों पर है और मंडियों में भी किसानों का गेहूं खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ है। लेकिन प्रशासन द्वारा कोई व्यवस्था नहीं किये जाने से किसानों को नुकसान हुआ है। किसाना ने कहा कि 6 महीने की मेहनत वाले बेटों की तरह आज हम गेहूं को गिरते हुए देख रहे हैं, इससे हर किसी के दिल में दर्द हो रहा है।
कुरुक्षेत्र : छीनाझपटी के दो आरोपियों को 5-5 साल कैद, काेर्ट ने जुर्माना भी लगाया
किसानों ने भगवान से प्रार्थना करते हुए कहा है कि भगवान, कुछ दिनों तक बारिश न हो क्योंकि उनके बेटों द्वारा उगाई गई। गेहूं की फसल अभी भी मंडियों और खेतों में पड़ी है। ताकि वे अपनी फसल को बचा सकें। उन्होंने कहा कि अगर कुछ दिनों तक बारिश नहीं हुई तो किसान अपनी फसल काटकर जानवरों के लिए मिलने वाले भूसे की देखभाल करेंगे।
किसान ने कहा कि भगवान का दिखाया रंग मंजूर है, लेकिन सरकार का धक्का और आड़तियों का धक्का बर्दाश्त नहीं। वे अपने कागजों में अनाज भंडारण की पर्याप्त व्यवस्था दिखाते हैं और सरकार से मंजूरी ले लेते हैं। लेकिन जब जरूरत पड़ती है तो न तो सरकार मदद के लिए हाथ बढ़ाती है।