Saturday, May 4, 2024
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रोहतक में हनुमान जन्मोत्सव की धूम : सुबह से ही मंदिरों में उमड़ा भक्तों का सैलाब, संकट मोचन मंदिर में लगाया 56 भोग

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Rohtak News : मंगलवार को रोहतक जिले के विभिन्न क्षेत्रों में हनुमान जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया। मंदिरों  में सुबह से उत्सव शुरू हो गया। दिनभर सुंदरकांड का पाठ, हवन, भंडारों और अनेक कार्यक्रमों का सिलसिला चलता रहा।

सुबह से ही श्रद्धालु हनुमान जी की वंदना व पूजा-अर्चना के लिए संकट मोचन मंदिर, खरावड़ हनुमान मंदिर, गोकर्ण स्थित प्राचीन शनि मंदिर,मानसरोवर पार्क के सामने श्री हनुमान मंदिर, श्री शिव मंदिर शिवाजी कॉलोनी, श्री सनातन धर्म हनुमान मंदिर सुभाष नगर, श्री दुर्याणा मंदिर भिवानी चुंगी आदि मंदिरों में मंदिरों में पहुंचे।

वहीं माता दरवाजा स्थित संकट मोचन मंदिर में ब्रह्मलीन गुरुमां गायत्री जी के सानिध्य में चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा मंगलवार को हनुमान जन्मोत्सव श्रद्धा और भक्तिभाव से मनाया गया। साध्वी मानेश्वरी देवी ने अंजलि पवनपुत्र हनुमान जी को 31 किलो के लड्डू और उनके प्रिय 56 प्रकार के व्यंजनों का मंत्रोच्चारण और विधिनुसार भोग लगाया जिसमें इमरती, चुरमा, गाजर का हलवा, मोतीचूर व गुड के लड्डू, सवामणी का प्रसाद, गुड का तोशा, बालू शाही, गुरदाना, गुड की रेवडी, आनार, पेठा आदि थे। कार्यक्रम में प्रात: 10:00 बजे सकीर्तन, प्रभु हनुमान की पूजा-अर्चना, मुख्य अतिथि डॉ. रीटा शर्मा द्वारा ध्वजारोहण और गुरुमां साध्वी मानेश्वरी देवी के प्रवचन हुए। तत्पश्चात हनुमान चालीसा जाप, सुंदरकांड पाठ का विधिनुसार समापन किया। यह जानकारी सचिव गुलशन भाटिया ने दी।

मुख्य अतिथि सांसद डॉ. अरविंद शर्मा जी की धर्मपत्नी डॉ. रीटा शर्मा ने प्रात: 11.00 दीप प्रज्ज्वलित करके हनुमान जी की श्रद्धा और उत्साह से आरती व पूजा-अर्चना की। उन्होंने मंत्रोच्चारण और विधिनुसार ध्वजारोहण किया। समाजसेवी व एडवोकेट पीएन कथूरिया ने उन्हें फूल मालाओं व स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। जय बजरंगी, जय सतरंगी के जयकारों से मंदिर गूंज उठा। हनुमान सेवा दल व पृथ्वीराज भाटिया और भक्तों ने झंडे को सलामी दी। पंडित अशोक शर्मा द्वारा आरती और प्रसाद वितरित हुआ।

माता दरवाजा स्थित संकट मोचन मंदिर में मंगलवार को हनुमान जन्मोत्सव पर ध्वजारोहण।

हनुमान जी के भजनों से गुणगान हुआ

संकीर्तन मंडली द्वारा प्रभु हनुमान जी के भजनों से गुणगान हुआ। डॉ. रीटा शर्मा ने साध्वी मानेश्ववरी देवी और भक्तों संग भक्ति में लीन होकर डांडियां भी खेला और जय श्रीराम के जयकारों के साथ भजनों पर नाचने पर विवश हुईं। मंडली द्वारा गाए भजन पांव में घुंघरू बांध के नाचे, नच लेण दे मैनू नच लैण दे, श्रीराम-जानकी बैठे हैं मेरे सीने में, वीर हनुमाना अति बलवाना, सांवरे को किसने सजाया, छम छम नाचे देखो वीर हनुमाना, जिस घर मे कीर्तन राम का बाबो आवै दौड़ो, सहित अनेक भजन प्रस्तुत और श्रद्धालुजन झूमकर नाचने पर विवश हुए।

प्रभु श्रीराम को समर्पित है हनुमान जी का जीवन : साध्वी मानेश्वरी देवी

इस अवसर पर साध्वी मानेश्वरी देवी ने प्रवचन देते हुए कहा कि इस बार हनुमान जन्मोत्सव का बहुत महत्व है क्योंकि हनुमान जी का जन्म चैत्र शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा और मंगलवार को हुआ था, जो संयोग आज बना है। आज चैत्र माह, शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा और मंगलवार भी है। हनुमान जी ने अपना संपूर्ण जीवन श्रीराम को समर्पित किया है। वे हर पल श्रीराम की भक्ति में लीन रहते हैं। हनुमान जी ने ही श्रीराम की मित्रता सुग्रीव से कराई, लंका में सीता का पता लगाया, लंका दहन किया, संजीवनी बूटी लाकर लक्ष्मण के प्राण बचाए। हनुमान जी के इन कामों की वजह से श्रीराम खुद को हनुमान जी का ऋणि मानते हैं। हनुमान जी अष्टचिंरजीवियों में से एक हैं यानी वे हमेशा जीवित रहेंगे। वे अपने भक्तों को शौर्य, साहस और जीवन शक्ति प्रदान करते है।

खरावड़ के हनुमान मंदिर में दर्शनों के लिए पहुंचे श्रद्धालु।

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