रोहतक। चीन में चल रहे एशियन गेम्स में भारत के राइफल शूटिंग के खिलाडियों ने शानदार प्रदर्शन करते इस बार ऐतिहासिक जीत हासिल की है। लेकिन ये बहुत कम लोग जानते हैं कि ये सभी खिलाड़ी रोहतकवासी, अंतरराष्ट्रीय कोच एवं ओहल्याण शूटिंग अकादमी के मालिक मनोज ओहल्याण के मार्गदर्शन में चीन गये हैं। मनोज भारतीय शूटिंग टीम के चीफ कोच है और उनके ही मार्गदर्शन में भारत के राइफ़ल शूटर्स ने एशियन गेम्स में हिस्सा लिया हैं।
यहां बता दें एशियन गेम्स में भारतीय टीम ने 50 मीटर पुरूष व महिला राइफल शूटिंग के टीम इवेंट में क्रमशः गोल्ड व सिल्वर, 50 मीटर राइफल शूटिंग की व्यक्तिगत स्पर्धा में सिल्वर, 50 मीटर राइफल शूटिंग की व्यक्तिगत स्पर्धा में एक गोल्ड व एक कांस्य पदक हासिल किया है।
उल्लेखनीय है कि मनोज ओहल्याण अंतरराष्ट्रीय शूटर रहे हैं और उन्होंने कॉमनवेल्थ व एशियन गेम्स सरीखी कई अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में अनेक मेडल हासिल कर भारत का नाम रोशन किया है। फिलहाल वे स्पोर्ट्स ऑथॉरिटी ऑफ इंडिया और नेशनल राइफल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के साथ पिछले एक दशक से भारतीय टीम के कोच के तौर पर काम कर रहे हैं। उनकी काबिलियत को देखते हुए उन्हें भारतीय टीम का चीफ कोच नियुक्त किया गया था।
ये इन खिलाड़ियों को दिये गये प्रशिक्षण का ही नतीजा है कि उन्होंने पेरिस में अगले साल होने वाले ओलम्पिक गेम्स के लिए कोटा भी हासिल कर लिया है। मनोज ने बताया कि एशियन गेम्स में भारतीय शूटर्स का ये अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था जिसके लिये सभी खिलाड़ियों ने काफ़ी मेहनत कर रखी थी। उन्होंने उम्मीद जतायी कि अगले साल होने वाले ओलंपिक गेम्स में भी भारतीय शूटर्स अच्छा प्रदर्शन कर देश का नाम रोशन करेंगे।