हरियाणा के नोडल साइबर थाने ने अलग-अलग मामलों की जांच करते हुए 6 लोगों को साइबर ठगी के मामले में गिरफ्तार किया। ठगी करने वाले आरोपी अक्सर अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल करते हुए ठगी कर रहे थे। जांच में सामने आया कि साइबर ठग, ठगी करने के बाद, ठगी की रकम को अन्य फ़र्ज़ी खातों में भेज रहे थे और वहां से कैश निकलवा रहे थे।
नोडल साइबर थाना पंचकूला ने कार्रवाई करते हुए 4 साइबर ठगों को राजस्थान से गिरफ्तार किया। वहीं अन्य दो आरोपियों में से एक आरोपी को मेवात व एक आरोपी को जींद से गिरफ्तार किया। ठग सोशल मीडिया पर अकाउंट बनाकर लोगों को अलग-अलग तरीके से लालच देकर ब्लेकमेल कर रहे थे।
ऐसे करते थे ठगी
जानकारी अनुसार, राजस्थान से गिरफ्तार साइबर ठग कभी अश्लील वीडियो बनाकर तो कभी खुद को फौजी बताकर ठगी करते है। साइबर नोडल थाने को पंचकूला निवासी पीड़ित ने शिकायत देते हुए बताया था कि उसके पास कॉल आई, जिसमें ठग ने खुद को आर्मी अफसर बताया और आर्मी कैंट में योग शिक्षक के तौर पर नौकरी ज्वाइन करने को कहा। साइबर ठग ने एडवांस पेमेंट देने के बहाने गूगल पे आईडी लेकर पीड़ित के साथ करीब दो लाख रुपए की ठगी की। जब पीड़ित के खाते में रुपए आने के बजाय, खाते से निकल गए, तब पीड़ित को ठगी का एहसास हुआ।
शिकायत मिलने पर साइबर नोडल थाने ने तुरंत शिकायत पर कार्रवाई करते हुए मेवात से साइबर ठग को गिरफ्तार किया। वहीं एक अन्य शिकायत में पंचकूला निवासी पीड़ित ने शिकायत दी कि उसके दोस्त के बेटे के साथ अश्लील वीडियो बनाकर और ब्लैकमेल कर 51 हजार रुपए की ठगी की गई है। एक अन्य शिकायत में इंस्टाग्राम आईडी बनाकर बाइक बेचने और कुरियर करने के लिए पीड़ित को बातों में उलझाकर उससे तक़रीबन 90 हजार रुपए की ठगी को अंजाम दिया गया।
सोशल मीडिया पर सामान बेचने वालों से रहें सावधान
एडीजीपी साइबर ओपी सिंह ने बताया कि आम जनता को साइबर ठगी के नए-नए तरीकों के बारे में जागरूक होने की ज़रूरत है। वहीं साइबर हेल्पलाइन 1930 पर हरियाणा पुलिस की टीम 24 घंटे कार्यरत है। यदि लोग साइबर ठगी को समझ लेते है तो इस प्रकार के अपराध से काफी हद तक बचाव किया जा सकता है। लेकिन फिर भी अगर पीड़ित ठगी का शिकार हो जाते है तो तुरंत अपनी शिकायत जल्द से जल्द साइबर हेल्पलाइन नंबर -1930 पर दें। साइबर ठग अक्सर सोशल मीडिया पर अकाउंट बनाकर ठगी को अंजाम दे रहे है। कभी टेलीग्राम पर टास्क करने पर पैसे देने का लालच देते है तो कभी इंटरनेट पर फौजी बनकर कम रेट पर बाइक या गाड़ी बेचने का लालच देते है। इसके अलावा फौजी बनकर नौकरी के प्रलोभन से भी सावधान रहने की जरूरत है।