रोहतक। रोहतक पुलिस सर्दी के मौसम में दुर्घटनाएं रोकने के लिए विशेष योजना पर काम कर रही है। पहले चरण में धुंध के समय होने वाले सड़क हादसों की समीक्षा करते हुए हादसों के कारणों की जांच की जाएगी। एक सप्ताह में तैयार होने वाली इस समीक्षा रिपोर्ट में हादसे की वजह के तौर पर सामने आए बिंदुओं पर पूरे माह चलने वाले अभियान का खाका तैयार करते हुए काम किया जाएगा।
इसमें वाहन चालकों को जागरूक करने से लेकर नियमों की पालना कराने पर जोर देगी ताकि दुर्घटनाएं न हों और किसी को परेशानी न आए। पुलिस की ओर से अगले दो दिनों में इसे लेकर खास एडवाइजरी जारी होगी जिसमें वाहन चालकों के लिए जरूरी नियमों की पालना तय कर दी जाएगी। पुलिस हाईवे और लिंक रोड के बिल्कुल समीप खड़े पेड़ से दुर्घटना रोकने के लिए उस पर सफेद रंग की पट्टी लगवाएगी।
हालांकि यह कार्य पीडब्ल्यूडी का है लेकिन जहां-जहां कमियां पाई जाएंगी, हर थाना क्षेत्र से ऐसे प्वाइंटों की पहचान कर पुलिस सूची जिला प्रशासन को भेजेगी ताकि सफेद पट्टी लगाई जा सके या फिर पेड़ पर सफेद रंग किया जा सके। इसके अलावा अनेक ऐसे घुमावदार मोड़ हैं जहां दुर्घटनाएं हो सकती हैं वहां भी इसी तरह सफेद रंग किया जाएगा जो वाहन चालक को नजर आ जाए।
सड़क पर पुलों की टूटी ग्रिल या सुरक्षा दीवार को भी हादसे का बड़ा कारण बनती है। धुंध में टूटी हुई ग्रिल दिखाई नहीं देती है और फिर हादसा हो जाता है। इस बार टूटी ग्रिल व सुरक्षा दीवार को ठीक करवाए जाने के लिए नहर विभाग को पत्र लिखा जा रहा है। जहां नहर विभाग का क्षेत्र नहीं होगा वहां यह कार्य पीडब्ल्यूडी से करवाए जाने का अनुरोध किया जा रहा है।
सर्दी के मौसम में तूड़ा व लकड़ियों से भरे ट्रैक्टर-ट्राली हादसे का कारण हो सकते हैं। दूर से ये दिखाई नहीं देते हैं। इनके नजदीक आने पर गाड़ी पर नियंत्रण नहीं होता। चौड़ाई भी सामान्य से अधिक रहती है। इस बार जिला पुलिस ऐसे वाहनों को धुंध के दौरान रिफ्लेक्टर या फिर कोई दूसरा संकेतक लगाने के लिए प्रेरित कर रही है जो दूर से ही चमक जाए और वाहन चालक को इस ओवरलोड ट्रैक्टर ट्राली का आभास हो जाए।
संभावित दूसरे कारणों का भी होगा सर्वे
पुलिस सड़क दुर्घटना को लेकर हमेशा से तेज गति से लापरवाही से वाहन चलाने को मानती है। करीबन हर केस की एफआइआर में भी ये लिखा होता है। लेकिन अब पुलिस ऐसे तथ्य जुटाने के लिए मशक्कत करेगी जो उस दुर्घटना के संभावित कारण हो सकते हैं। इसके तहत सड़क पर बड़ा गड्ढा, सीवरेज लाइन के ढक्कन सड़क से ऊपर होने, सड़क पर रोड लाइट बंद होने सहित अन्य कारण अलग से जुटाए जाएंगे। अन्य कारण सामने आने पर संबंधित विभाग को इसके निवारण के लिए पत्र लिखे जाएंगे। जिससे भविष्य में दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
अन्य प्वाइंट पर लगेंगे उपकरण
रोहतक एसपी हिमांशु गर्ग ने कहा धुंध के सीजन में सड़क हादसों को लेकर पुलिस सभी तैयारी पूरी करने में जुटी है। इसके अलावा हाईवे पर जिले में ब्लैक स्पाट और अन्य खतरनाक प्वाइंट पर सुरक्षा उपाय उपकरण लगाए जाएंगे। रोड से सटी झाड़ियों तक पर ब्लिंककर्स लगाए जा रहे हैं। इसके अलावा वाहनों पर रिफ्लेक्टर टेप व जागरूकता के लिए भी अभियान चलाया जाएगा। लोगों को भी सावधानी से वाहनों का प्रयोग करते हुए सफर करने की अपील करते हैं। सड़क सुरक्षा के सभी उपाय अपनाते हुए नियमों की पालना करें।