रोहतक। रोहतक नगर निगम की तीन जनवरी को हाउस की प्रस्तावित हाउस को बैठक पर फिर से असमंजस के आसार बन गए हैं। निगम हाउस की बैठक से ठीक दो दिन पहले निगम आयुक्त जितेंन्द्र दहिया का चंडीगढ़ में तबादला हो गया। पार्षदों को एजेंडों की कापी भी नहीं मिली। इस कारण से हाउस की प्रस्तावित बैठक निर्धारित तिथि में होगी कि नहीं इसका निर्णय नहीं हो सका। अब मंगलवार को स्पष्ट होगा कि हाउस को बैठक तीन जनवरी को होगी कि या फिर इसे टाला जाएगा।
दरअसल, पार्षदों का कार्यकाल नौ जनवरी को खत्म हो जाएगा। इसलिए पार्षदों को उम्मीद थी कि आखिरी बैठक निर्धारित समय पर हो। पार्षद गुलशन ईश्पुनियानी से लेकर दूसरे पार्षदों का तर्क है कि धरातल पर काम नहीं हुआ। इसलिए कार्यकाल समाप्त से पूर्व हाउस को बैठक न होने से पार्षद के अधूरे कामों को पूरा कराने में अड़चन खड़ी हो सकती हैं।
14 जुलाई से 18 अगस्त तक तीन बार टली थी बैठक
बीते वर्ष नूह हिंसा के बाद अच्चनक फ्रशासनि बदलाव किए गए थे। रोहतक नगर निगम के आयुक्त रहे धीरेंद्र खड़गटा को नूह में जिला उपायुक्त वनाकर भेजा था। उनके स्थान पर प्रशात पवार को निगम आयुक्त बनाकर भेजा गया था। इसलिए 14 जुलाई 2023 को होने वाली हाउस की बैठक टाल दी गई थी। 14 जुलाई के बजाय आठ अगस्त को हाउस की बैठक कराने का निर्णय लिया था। इसलिए दो अगस्त तक एजेंडे दोबारा से लगाने के लिए कहा गया।
लेकिन प्रशासनिक फेरबदल के चलते यह बैठक भी नहीं हो सकी। बाद में हाउस की बैठक की तिथि 18 अगस्त 2023 तय की गई। मगर उस दौरान भी किन्ही कारणों यानी तवादले के चलते हाउस की बैठक टाली गई। बाद में निगम के आयुक्त जितेंद्र दहिया पहुंचे तो 24 अगस्त 2024 को हाउस की बैठक हो सकी थी। हालांकि आयुक्त हाउस की बैठक से एक-दो दिन पहले ही पहुंचे थे। इसलिए 24 अगस्त 2023 को होने वाली बैठक को लेकर भी असमंजस रहा था।
अधिकारियों से करेंगे वार्ता
नगर निगम मेयर मनमोहन गोयल ने कहा कि हाउस की बैठक तीन जनवरी को होनी है। हाउस की बैठक के लिए एजेंडे लगाने के लिए 28 दिसंबर का समय निर्धारित किया था। इसलिए उम्मीद थी कि रविवार या फिर सोमवार तक एजेंडे की कापी आ जाएगी। शनिवार को ही मैंने प्रस्तावित एजेंडों की कापी पर हस्ताक्षर किए थे। सोमवार की दोपहर में निगम के आयुक्त जितेंद्र दहिया के ट्रांसफर की सूचना मिली है। मंगलवार को अधिकारियों से वार्ता करेंगे, जिससे स्पष्ट हो सके कि हाउस की बैठक निर्धारित तिथि में होगी कि नहीं।
निगम हाउस की हो चुकी है 18 बैठकें
पूर्व पार्षद अशोक खुराना के मुताबिक, रोहतक को नगर निगम का 2010 में दर्जा मिला था। वर्ष 2013 में निगम का पहला चुनाव हुआ। दूसरी बार दिसंबर 2018 में चुनाव हुआ, जबकि 10 जनवरी 2019 को मेयर और पार्षदों का शपथ ग्रहण समारोह हुआ। अभी तक 18 के करीब हाउस की बैठक हो चुकी है। इनमें करीब 2900 से 3100 तक एजेंडे पास हो चुके हैं। पार्षदों का आरोप है कि धरातल पर काम कराए गए होते तो वार्डों में विकास दिखता।
निगम हाउस की बैठक तो दिखावा
वार्ड-11 पार्षद कदम सिंह अहलावत ने कहा कि निगम हाउस की बैठक तो दिखावा है, क्योंकि कोई न कोई नगर निगम के अधिकारियों से जुड़े एजेंडे होगे। जो एजेंडे पार्षदों ने दिए उन पर कितना काम हुआ। वहीँ वार्ड-13 पार्षद कंचन खुराना ने कहा कि हाउस की बैठक तो होगी, क्योंकि मेयर व पार्षदों का कार्यकाल समाप्त होने के बाद बैठक हो नहीं सकती। इसलिए ऐसे भी आसार हैं कि किसी अधिकारी को अतिरिक्त चार्ज देकर बैठक कराई जाए।