रोहतक। रोहतक विजिलेंस ने फिर एक रिश्वतखोर सरकारी अधिकारी को रंगेहाथ दबोच लिया है। विजिलेंस ने खनन विभाग के कर्मचारी के कार्यालय में दबिश देकर विभाग के गार्ड अभिमन्यु को 15 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। शनिवार को उसे अदालत पेश किया जाएगा। आरोपी ने भट्ठा संचालक के मुंशी से बुलडोजर और डंपर छुड़वाने के एवज में 20 हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन ब्यूरो से की। जिसके बाद विजिलेंस ने आरोपी कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया और अब जांच की जा रही है।
डीएसपी विजिलेंस सुमित कुमार ने बताया कि झज्जर जिले के गांव दूबलधन निवासी संदीप ने बताया कि उसने दो साल पहले लडरावण गांव स्थित राणा ईंट भट्ठे को लीज पर लिया था। लोकेश उर्फ राहुल उसके पास मुंशी का कार्य करता है। 29 जुलाई को खनन विभाग रोहतक की टीम ने बुलडोजर और डंपर को जब्त किया था। साथ ही बेरी थाने में दोनों वाहनों को बंद करवा दिया। 21 सितंबर को उन्होंने खनन विभाग के चंडीगढ़ मुख्यालय से बुलडोजर और डंपर को छुड़वाने के आदेश जारी करवा लिए।
शुक्रवार को वे खनन विभाग के रोहतक कार्यालय में पहुंचे, जहां वाहनों को छोड़ने की एवज में कार्यालय के कर्मचारी अभिमन्यु ने 20 हजार की रिश्वत मांगी। उसने अभिमन्यु को 5 हजार रुपये दे दिए। बाकी 15 हजार रुपये देने बाकी हैं। इसके अलावा मिट्टी उठाने की अनुमति खत्म हो चुकी है। उसे दोबारा देने की एवज में पांच हजार और मांगे गए हैं। बताया गया कि अभिमन्यु उसके मुंशी लोकेश उर्फ राहुल से रिश्वत लेगा। रिश्वत की राशि के लेनदेन की बात उन्होंने अभिमन्यु से आमने-सामने की।
पीड़ित ने एंटी करप्शन ब्यूरो के अफसरों को बताया कि अभिमन्यु और लोकेशन के बीच रिश्वत के लेनदेन की बात की रिकॉर्डिंग भी है। पीड़ित की शिकायत पर एंटी करप्शन विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए आरोपी अभिमन्यु को 15 हजार रुपए की रिश्वत के साथ गिरफ्तार किया। पकड़े गए आरोपी खनन विभाग के गार्ड अभिमन्यु निवासी गांव रुड़की को एंटी करप्शन विभाग की टीम थाने लेकर आई। यहां उससे पूछताछ की जा रही है। इससे उसको जेल भेजा जा सके।