Tuesday, April 30, 2024
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डिप्रेशन में दी परिजनों की बलि, परेशान डॉक्टर ने कर दी सभी की हत्या

क्लीनिक में मरीज नहीं आने से परेशान था डॉ विनोद, ससुर ने दर्ज कराया हत्या का केस

रोहतक। डिप्रेशन को आमतौर पर लोग गंभीरता से नहीं लेते। लेकिन इससे ग्रस्त इंसान को उदासी, नुकसान या गुस्से की भावनाओं में देखा जाता है। ये बीमारी लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करती है। डिप्रेशन ही तो था जिसने तीन तीन हत्याएं करवा दी। जींद बायपास स्थित बरसी नगर में तनाव से परेशान डॉक्टर विनोद ने पत्नी और बच्चों के साथ खूनी खेल खेलने के बाद खुद की जान ले ली। डॉक्टर विनोद कन्हेली रोड स्थित क्लीनिक में मरीज कम आने से परेशान था। इस बात का जिक्र उसने अपराध करने से पहले अपने पिता राजेंद्र को भी बताया था। राजेंद्र ने उसे समझाया कि पीजीआई में किसी बड़े डॉक्टर से डिप्रेशन का उपचार करवा लो, लेकिन वह उसे लेकर गंभीर नहीं हुआ। आखिर में पूरे परिवार को इसकी कीमत चुकानी पड़ी।

विनोद द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट

मृतक डॉक्टर विनोद के पिता राजेंद्र ने कहा कि उसका बेटा काम के सिलसिले में डिप्रेशन में था। अब काम अच्छा नहीं चल रहा था। जिसके कारण पिछले करीब 3-4 महीने से परेशान था। जब फोन पर बात होती तो कभी काम ठीक चलने की बात कहता और कभी नहीं। परिजनों ने बताया कि चार साल पहले पिता राजेंद्र सिंह ने ही विनोद का बर्सी नगर में मकान बनवाया था। राजेंद्र गांव में रहते हैं। उन्हें क्या पता था कि एक दिन परिवार के चारों सदस्यों को खोना पड़ेगा। भाई सोनू ने बताया कि उसके भाई की मानसिक परेशानी की अहम वजह क्लीनिक का अच्छी तरह से न चलना रहा है।

बुधवार को पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद चारों शव परिजनों को सौंप दिए, जिनका जींद जिले के गांव किलाजफरगढ़ में गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार किया गया। वीरवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आएगी। हालांकि डॉक्टरों ने विसरा भेजने के लिए पुलिस से डिब्बे मंगवा लिए हैं, लेकिन अभी रिपोर्ट नहीं दी है। विनोद के ससुर महेंद्र ने पुलिस थाने में हत्या का केस दर्ज करवाया है।

शोकाकुल परिजन

पुलिस के मुताबिक पानीपत जिले के गांव मतलोडा निवासी 72 वर्षीय महेंद्र ने दी शिकायत में बताया कि उसकी चार बेटी व एक बेटा है। चारों लड़कियां शादीशुदा हैं। 30 वर्षीय सोनिया की शादी 12 साल पहले जींद जिले के किलाजफरगढ़ निवासी विनोद के साथ हुई थी। वह एक लड़की और एक लड़के का पिता था। 32 वर्षीय विनोद कन्हेली रोड पर क्लीनिक चलाता था। मंगलवार को छोटे दामाद विक्रम उर्फ सोनू ने फोन करके बताया कि बड़े भाई विनोद ने उसकी भाभी सोनिया, बेटी युविका व बेटे अंश की पहले गला काटकर हत्या की, फिर खुद नशीली दवाइयां खाकर जान दे दी। परिजनों ने अच्छी तरह से तसल्ली कर ली है। विनोद ही सोनिया व बच्चों की हत्या कर आत्महत्या की है। पुलिस ने विनोद के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया। अब आरोपी की मौत होने के कारण फाइल बंद कर दी जाएगी।

DSP रविंद्र कुमार ने बताया कि घटनास्थल पर एक सुसाइड नोट भी मिला है। जिसमें मृतक विनोद ने लिखा कि वह डिप्रेशन का शिकार है और काफी दिनों से परेशान चल रहा है। जिसकी वजह से बीवी-बच्चों समेत आत्महत्या कर रहा है। सिटी थाना प्रभारी इंस्पेक्टर देशराज ने बताया कि बुधवार को डॉक्टरों के बोर्ड ने चारों शवों का पोस्टमार्टम किया। साथ ही पुलिस से विसरा भेजने के लिए नौ डिब्बे मंगवाए गए। बुधवार देर रात तक पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ सकी। हालांकि संभावना है कि विसरा जांच के बाद ही खुलासा हो सकेगा कि डॉक्टर विनोद की मौत की वजह क्या रही।

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