Layoffs News: इन दिनों हजारों आईटी प्रोफेशनल्स बेरोजगार हो चुके हैं। गूगल, मेटा माइक्रोसॉफ्ट, अमेजन और ट्विटर जैसी कंपनियों में कर्मचारियों की छंटनी ने बेरोजगारी की स्थिति बढ़ा दी है। स्थिति कुछ इस कदर हो गई है कि कुछ महीने पहले अमेरिका में पहुंचे भारतीय आईटी प्रवासी इस देश से परेशान हो चुके हैं। ये तमाम भारतीय अमेरिका में कामकाजी वीजा के तहत आए थे और निर्धारित अवधि के अंदर नया रोजगार पाने के लिए मशक्कत कर रहे हैं। यदि इन्हें नयी नौकरी नहीं मिली तो वापस अमेरिका लौटना पड़ेगा। अब ये भारतीय अमेरिका में रहने के विकल्पों के लिए बेरोजगार हैंं।
हजारों भारतीयों को नयी नौकरी की तलाश (Layoffs News)
‘द वॉशिंगटन पोस्ट’ की माने तो बीते साल 2022 नवंबर से आईटी क्षेत्र के कुल मिलाकर 2 लाख कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया गया है, जिनमें रिकॉर्ड संख्या में कटौती करने वाली कंपनियों में गूगल, माइक्रोसॉफ्ट, फेसबुक और अमेजन हैं। आईटी सेक्टर से निकाले गए कर्मचारियों में 30 से 40 प्रतिशत भारतीय हैं। इनमें बड़ी संख्या एच-1बी या एल1 वीजा पर यहां आए लोगों की है। अब ये भारतीय अमेरिका में बने रहने के लिए विकल्प की तलाश में हैं और नौकरी जाने के बाद विदेशी कामकाजी वीजा के तहत मिलने वाले कुछ महीनों की निर्धारित अवधि में नया रोजगार तलाशने के लिए संघर्ष कर रहे हैं ताकि अपनी वीजा स्थिति को भी बदल सकें।
आईटी प्रोफेशनल्स हुए बेरोजगार
सिलिकॉन वैली में उद्यमी और सामुदायिक नेता अजय जैन भूतोड़िया ने बताया कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रौद्योगिकी क्षेत्र के हजारों कर्मचारियों को नौकरियों से निकाला जा रहा है, विशेषकर एच-1बी वीजा पर आए लोगों के लिए तो चुनौतियां और भी बड़ी हैं क्योंकि उन्हें नौकरी जाने के 60 दिन के भीतर नया रोजगार ढूढ़ना है और अपना वीजा स्थानांतरित करवाना है या फिर देश से जाने के लिए मजबूर होना होगा। एच-1बी वीजा धारक लोगों को नौकरी जाने के बाद 60 दिन के अंदर एच-1बी प्रायोजित नौकरी खोजनी होती है या फिर दर्जा खत्म हो जाने के दस दिन के भीतर देश छोड़ना होता है।
एफआईआईडीएस के खांडेराव कंद ने कहा, आईटी प्रोफेशनल में बड़े पैमाने पर नौकरियों में कटौती के कारण जनवरी 2023 प्रौद्योगिकी क्षेत्र के पेशेवरों के लिए बहुत कठिन रहा है।