पंजाब सरकार ने राज्य में पंचायत चुनाव के मद्देनजर 15 अक्टूबर को छुट्टी की घोषणा की है। पंजाब सरकार ने आगामी पंचायत चुनाव में मतदान के लिए 15 अक्टूबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है। इस निर्णय का उद्देश्य अधिकतम मतदाताओं की भागीदारी और चुनाव प्रक्रिया का सुचारू संचालन सुनिश्चित करना है।
नागरिकों को मतदान करने की अनुमति देने के लिए इस दिन सभी सरकारी कार्यालय, संस्थान और शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। यह अवकाश पंजाब राज्य के चंडीगढ़ स्थित सरकारी कार्यालयों/बोर्डों/निगमों/शैक्षणिक संस्थानों में अवकाश घोषित किया गया है।
15 अक्टूबर यानी मंगलवार को पंजाब के सभी सरकारी कार्यालय, बोर्ड, निगम और शैक्षणिक संस्थान बंद रहेंगे। पंजाब सरकार ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है. इसके अलावा चंडीगढ़ स्थित पंजाब राज्य के सभी सरकारी कार्यालयों, बोर्डों, निगमों और शैक्षणिक संस्थानों में भी छुट्टी रहेगी।
पंजाब के पंचायत चुनाव में सरपंच पद को लेकर लोगों में काफी उत्साह है. इस बार 13229 सरपंच पदों के लिए 52825 लोगों ने नामांकन भरा है। जबकि 2018 में इस पद के लिए 49261 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था। इसी तरह पंच पद के लिए 166338 लोगों ने नामांकन दाखिल किया है 2018 में यह संख्या 165453 थी।
गुरदासपुर जिले में सबसे अधिक 5317 नामांकन सरपंच के लिए और 17484 नामांकन पंचों के लिए प्राप्त हुए हैं। राज्य में एक ग्राम पंचायत में 5 से 13 पंच होते हैं। एक सरपंच है। वार्ड से अलग-अलग प्रत्याशी खड़े होंगे। वर्तमान में 13937 ग्राम पंचायतें हैं। यहां 19110 मतदान केंद्र और 1,33,97,932 मतदाता हैं। इस बार पंचायत चुनाव पार्टी सिंबल पर नहीं हो रहे हैं।
इसी को ध्यान में रखते हुए विशेष प्रतीक चिन्ह जारी किये गये हैं। सरपंच और पंच के लिए अलग-अलग चुनाव चिन्ह दिए गए हैं। जिला परिषद के लिए 32 स्वतंत्र चुनाव चिह्न, ब्लॉक समिति के लिए 32 अलग-अलग चुनाव चिह्न हैं। पंचों के लिए 70 चुनाव निशान होते हैं और सरपंचों के लिए भी अलग-अलग निशान रखे जाते हैं।