रोहतक : उपायुक्त अजय कुमार ने जिला की ऐसी 7 ग्राम पंचायतों को स्मृतिचिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया, जहां पर टीबी का एक भी मरीज नहीं है। केंद्र व राज्य सरकार की संयुक्त पहल पर टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के तहत निर्धारित मापदंडों पर खरा उतरने वाली इन ग्राम पंचायतों को सम्मानित किया गया है।
उपायुक्त अजय कुमार ने लघु सचिवालय स्थित सभागार में जिला की भैणी महाराजपुर, घुसकानी, जैतपुर, मसूदपुर, गरनावठी, मोर खेड़ी और कारौर ग्राम पंचायतों को सम्मानित किया।
उन्होंने जिला वासियों का आह्वान किया कि वे रोहतक को 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के लिए टीबी मुक्त भारत अभियान में पूर्ण सहयोग करें। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा जनवरी 2023 से दिसंबर 2023 तक सर्वे करवाया गया था। सर्वे के तहत एक हजार की आबादी पर कम से कम 30 लोगों की प्रति वर्ष टीबी हेतु बलगम जांच जरूरी है।
अजय कुमार ने कहा कि टीबी मुक्त ग्राम पंचायत अभियान के मापदंडों में एक हजार की आबादी पर कम से कम 30 लोगों की प्रतिवर्ष जांच, एक हजार की आबादी पर एक या एक भी टीबी का मरीज नहीं मिलना, इलाज की सफलता दर 85 प्रतिशत रहना, बलगम टीबी से संबंधित सभी मरीजों का सीबीएनएएटी टेस्ट होना, निक्षय पोषण योजना के तहत सभी मरीजों को पोषण आहार के लिए 500 रुपये प्रतिमाह मिलना तथा निक्षय मित्र योजना के तहत सभी मरीज किसी न किसी दानी, सज्जन द्वारा गोद लिये गए हो तथा दानी सज्जनों द्वारा पोषण आहार किट वितरित करना शामिल है।
इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ. अनिल बिरला व टीबी की उप सिविल सर्जन डॉ. कुमारी इन्दु ने कहा कि सभी 7 ग्राम पंचायतों को प्रोत्साहन के तौर पर सम्मानित किया गया है। नामांकित ग्राम पंचायतों को गांधी जी की कांस्य की प्रतिमा व प्रशस्ति पत्र दिए गए। प्रथम वर्ष कांस्य की प्रतिमा व निर्धारित मापदंडों पर लगातार खरे उतरने पर दूसरे वर्ष चांदी की प्रतिमा व तीसरी वर्ष सोने की प्रतिमा से सम्मानित किया जायेगा।