Wednesday, May 1, 2024
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शराब पीने के बाद हो रही है ‘हैंग्जायटी’, जानिए कैसे आपको टेंशन दे रहा है पीने का शौक

नई दिल्ली। शराब का दौर अक्सर पार्टीज में चलता रहता है। दोस्तों के साथ अगर पार्टी हो तो ड्रिंक्स का दौर कब लंबा चलता जाता है अक्सर लोगों को इसका पता ही नहीं चलता। ऐसे में आपकी रात भले ही अच्छी बीते लेकिन अगली सुबह आमतौर पर भयानक हो जाती है। सिरदर्द, मतली के साथ ही कमजोरी और थकान से शरीर टूटने लगता है। साथ ही ये चिंता भी होती है कि आखिर शराब के नशे में आपने सामने वाले के साथ कैसा व्यवहार किया होगा। अगर आपके साथ भी अक्सर ऐसा होता है तो आप हैंग्जाइटी का शिकार हैं। हैंग्जाइटी एक मनोवैज्ञानिक लक्षण है जिसमें शख्स ज्यादा शराब के सेवन के कारण अपराध बोध से पीड़ित हो जाता है, उसे खुद पर शर्म आने लगती है, जिससे उसकी टेंशन और एंग्जाइटी बढ़ जाती है।

इसलिए होती है हैंग्जायटी

विशेषज्ञों के अनुसार हैंग्जायटी का मतलब है ज्यादा शराब पीने के ​बाद शारीरिक के साथ मानसिक सेहत पर असर पड़ना। शराब सीधे तौर पर दिमाग के न्यूरोट्रांसमीटर को प्रभावित करती है। जिसमें गामा-एमिनोब्यूट्रिक एसिड शामिल है। शुरुआत में यह आपके तनाव और​ चिंताओं को दूर कर आपको रिलैक्स करती है। लेकिन जैसे-जैसे शराब का असर कम होता है, इसका प्रभाव भी उल्टा होने लगता है। यह न्यूरोट्रांसमीटर ग्लूटामेट को प्रभावित करती है, जिससे शरीर में ग्लूटामेट की अधिकता हो जाती है। ऐसे में आपकी टेंशन बढ़ने लगती है। आपको अपने बिहेवियर को लेकर भी शर्म आने लगती है। आप बेचैनी और असहज महसूस करते हैं, इसे ही हैंग्जायटी कहते हैं। इंग्लैंड की यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिस्टल के स्कूल ऑफ साइकोलॉजिकल साइंस के शोधकर्ताओं के अनुसार ज्यादा शराब पीने से स्ट्रेस रिस्पॉन्स सिस्टम के साथ ही आपका इम्यून सिस्टम भी प्रभावित होता है।

हैंग्जायटी से ऐसे करें बचाव

हैंग्जायटी को रोकने का सबसे आसान और प्रभावी तरीका है कि आप शराब का सीमित सेवन करें। इसे अपनी लत न बनाएं। इसके साथ ही कुछ अन्य तरीके अपनाकर भी आप हैंग्जायटी से खुद का बचाव कर सकते हैं।

1. अपनी सीमा तय करें : ‘बस एक पैग और…’, दोस्तों के इस आग्रह को मना करना सीखें। अपनी सीमा तय करें और उसी के अनुसार ड्रिंक करें। ध्यान रखें जब तक आप खुद की मदद नहीं करेंगे, कोई दूसरा आपकी मदद नहीं कर सकता है।

2. रिक्वरी पर ध्यान दें : आमतौर पर हैंग्जायटी से पीड़ित लोग देर तक अपने बेड से उठते ही नहीं हैं। वे लेटे-लेटे बीती रात को हुई बातों के बारे में सोचते रहते हैं। लेकिन इससे टेंशन और भी बढ़ जाएगी। इसलिए समय से उठें और शरीर को हाइड्रेट करें। पानी के साथ ही इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक्स पिएं। आप विटामिन सी से भरपूर जूस या फलों का सेवन भी कर सकते हैं।

3. हर किसी के साथ पीने से बचें : अगर शराब पीना आपका शौक है तो भी आप हर किसी के साथ ड्रिंक करने से बचें। इस शौक को पूरा करने के लिए एक ग्रुप तय करें, जो सिर्फ लिमिट में ही ड्रिंक करता हो। इससे आप ज्यादा पीने से बचेंगे और रिलैक्स महसूस करेंगे। साथ ही आपको अपने व्यवहार की चिंता भी कम होगी।

4. मेडिटेशन होगा मददगार : हैंग्जायटी से बचाव करने में मेडिटेशन और योग आपके बहुत काम आ सकता है। यह आपको अंदर से शांत करेगा। साथ ही सिरदर्द, थकान भी दूर करेगा।

5. विशेषज्ञों की मदद लें : अगर शराब पीना आपकी लत बन गया है और आप अक्सर हैंग्जायटी का शिकार हो जाते हैं तो आपको विशेषज्ञों की मदद लेनी चाहिए। क्योंकि समय पर इस समस्या पर ध्यान न देना आपकी परेशानी बढ़ा सकता है।

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