रोहतक। प्रशासन की लापरवाही के चलते महम में तालाबों का अस्तित्व समाप्ति पर है। कस्बे में अवैध कब्जो की वजह से अब एकाध तालाब बचा है उसमें गंदगी की भरमार है। मजबूरन पशुपालक पशुओं को पानी पिलाने के लिए दूर दराज खेतों में जा रहे हैं या इनकी प्यास बुझाने के लिए सप्लाई में आने वाले पानी का सहारा लिया जाता है। लेकिन अब महम क्षेत्र के वार्ड नंबर 1 स्थित दरबारीमल तालाब का मुद्दा राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (NGT) में पहुंच गया है। NGT में 13 मार्च को अवैध कब्जा करने व सफाई न करने के मुद्दे की सुनवाई होगी। इसकी शिकायत महम के समाजसेवी राकेश भारद्वाज द्वारा की गई थी।
खानापूर्ति कर रहा है प्रशासन
अब 13 मार्च को सुनवाई को देखते हुए महम नगर पालिका भी हरकत में आ गई है। नगर पालिका द्वारा सफाई की कार्रवाई जा रही है। इसके तहत नगर पालिका ने दरबारीमल तालाब से गंदगी निकाली गई। वहीं शिकायतकर्ता राकेश भारद्वाज ने कहा कि एनजीटी के डर से प्रशासन खानापूर्ति कर रहा है। ठीक से सफाई नहीं की गई। जिसको लेकर शिकायतकर्ता ने एक वीडियो भी जारी किया। वीडियो में तालाब में गंदगी दिखाई दे रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि अवैध कब्जा भी हटाया जाना चाहिए।
500 से ज्यादा घर प्रभावित
राकेश भारद्वाज ने बताया कि महम के वार्ड नंबर 1 में हिसार बाइपास पर सैकड़ों साल पुराना दरबारीमल तालाब है। कई सालों से तालाब की सफाई नहीं होने के कारण तालाब गंदगी से भर गया है। जिसके कारण जहरीले सांप और अन्य जहरीले जीव बहुत ज्यादा मात्रा में पैदा हो गए, जो आसपास के घरों में घुस जाते है। हर समय लोगों की जान को खतरा बना रहता है। कई गाय तालाब की दलदल में फंसकर मर चुकी है। वहीं जोहड़ पर भू-माफिया ने कब्जा करना आरंभ कर दिया है। वहीं बरसात के दिनों में वार्ड के करीब 500 घरों में पानी घुस जाता है।