पंजाब, किसानों के दिल्ली चलो आंदोलन के आह्वान का असर हर जगह देखने को मिल रहा है और जिला बठिंडा भी इससे अछूता नहीं है। बठिंडा को हरियाणा से जोड़ने वाले डुमवाली बॉर्डर पर भी हरियाणा पुलिस ने अन्य बॉर्डर की तरह युद्ध स्तर पर तैयारी कर ली है। पुलिस ने इस बॉर्डर पर तीन लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की है और तीनों लेयर को मजबूत कंक्रीट से तैयार किया गया है।
यहां यह भी बता दें कि हरियाणा पुलिस किसानों की हर गतिविधि पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर रही है। पुलिस ड्रोन से दूर-दराज से आने वाले किसानों पर कड़ी नजर रख रही है। पुलिस भले ही पंजाब के किसानों को बॉर्डर पर रोकने की कोशिश कर रही है, लेकिन हरियाणा के किसान पंजाब के किसानों के लिए राशन लेकर बॉर्डर पर पहुंचे हैं। हरियाणा के किसानों का कहना है कि पंजाब उनका बड़ा भाई है और वे किसी भी कीमत पर पंजाब के किसानों को दिल्ली लाएंगे।
देशभर से किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर दिल्ली में जुटने के लिए मार्च कर रहे हैं। वहीं, पंजाब के किसान भी हरियाणा के रास्ते दिल्ली पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हरियाणा सरकार ने किसानों को रोकने के लिए बॉर्डर को अभेद्य किले में तब्दील कर दिया है। सरकार ने कई जिलों में इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी है जहां सीमाओं पर कंटीले तार लगाकर कंक्रीट की दीवारें खड़ी कर दी गई हैं।
आपको बता दें कि हरियाणा सरकार ने किसान आंदोलन को कमजोर करने के लिए बॉर्डर पर युद्ध जैसी स्थिति की तैयारी कर ली है, वहीं राज्य के अंदर भी 7 जिलों में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है। हरियाणा सरकार की इस कार्रवाई से कॉमन लेक दहे भी परेशान नजर आ रहे हैं।