Monday, May 6, 2024
Homeहरियाणाजींदशंभू बॉर्डर के बाद पुलिस ने दातासिंह वाला बॉर्डर पर दागे आंसू...

शंभू बॉर्डर के बाद पुलिस ने दातासिंह वाला बॉर्डर पर दागे आंसू गैस के गोले, वाटर कैनन का भी प्रयोग

- Advertisment -
- Advertisment -

जींद। शंभू बॉर्डर पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले ड्रोन से छोड़े जिसके बाद टकराव की स्थिति पैदा हो गई। लेकिन अब हरियाणा के जींद जिले के नरवाना के साथ लगती पंजाब सीमा पर भी पुलिस व किसानों के बीच टकराव की स्थिति पैदा हो गई है। पंंजाब की तरफ बॉर्डर पर पुलिस द्वारा सड़क के बीच में गाड़ी गई कील किसान निकालने लगे ताे पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़ने शुरू कर दिए और वाटर कैनन से पानी की बारिश करनी शुरू कर दी।

एक बार तो किसान पीछे हट गए लेकिन फिर से सड़क पर आ डटे और कील निकालने का काम शुरू कर दिया। फिर से पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़ने शुरू कर दिए। काफी संख्या में हरियाणा के किसान भी पंजाब की तरफ पहुंच गए और पंजाब से बाइकों पर आए किसानों का साथ देने लग गए। मौके पर भारी संख्या में किसान मौजूद हो गए हैं, लेकिन अभी तक पंजाब से ट्रेक्टरों में किसान नहीं पहुंचे हैं। पुलिस द्वारा मौके पर जैमर लगाए जाने के कारण पंजाब की तरफ बॉर्डर पर भी नेट सेवाएं बंद हो गई हैं।

किसानों के दिल्ली कूच के आह्वान को देखते हुए जींद पुलिस पंजाब के साथ लगते दातासिंह वाला बॉर्डर पर पूरी तरह से अलर्ट है। ट्रेक्टरों का काफिला बॉर्डर से 30 किलोमीटर दूर बताया जा रहा है। शाम तक ट्रेक्टरों का काफिला पहुंच सकता है। दातासिंह वाला बॉर्डर को अभेद्य किला बनाने के लिए पुलिस टीमें एक सप्ताह से लगी हुई हैं। यहां पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं तथा ड्रोन से निगरानी की जा रही है। पुलिस ने बॉर्डर को पूरी तरह से ब्लॉक कर दिया है। यहां पर सड़क के बीच कील गाढ़ दी गई हैं ताकि ट्रेक्टरों को आने से रोका जा सके।

इसके अलावा बड़े-बड़े पत्थर रखकर उनके बीच सीमेंट तथा कंकरीट का घोल डालकर पक्का मोर्चा बना दिया गया है। अंबाला में आंसू गैस के गोले चलने के बाद अब पूरा ध्यान प्रशासन का दातासिंह वाला बॉर्डर पर ही है क्योंकि पंजाब से दिल्ली जाने के यही दो मुख्य मार्ग हैं। यहां पर दो आईपीएस तथा 10 डीएसपी मोर्चा संभाले हुए हैं। पुलिस का प्रयास रहेगा कि किसान किसी भी तरह से बॉर्डर क्रॉस नहीं कर पाएं। यदि किसान यह बॉर्डर क्रॉस कर गए तो फिर उनको दिल्ली पहुंचने से रोकना मुश्किल हो सकता है।

एक सप्ताह से बैठकों पर बैठकें

पिछले एक सप्ताह से पुलिस अधिकारी कभी पुलिस कर्मचारियों के साथ तो कभी ग्रामीणों के साथ बैठकें कर रहे हैं। इसके अलावा पिछले एक सप्ताह से दातासिंह वाला बॉर्डर को पक्का मोर्चा बनाकर किलेबंदी की जा रही है। सुरक्षा के इतने पुख्ता इंतजाम हैं कि इन्हें किसी भी तरीके से तोड़ा नहीं जा सकता। दातासिंह वाला बॉर्डर पर पंजाब की तरफ पुलिस ने लोहे की कील गाड़ दी हैं। इनको तीन लेयर में गाड़ा गया है ताकि ट्रेक्टर आएं तो यहीं पंक्चर होकर रुक जाएं।

इसके अलावा सड़क के दोनों तरफ बड़े-बड़े अलग से पत्थर रखे गए हैं ताकि जरूरत पड़ने पर इनको और अधिक मजबूती के साथ लगाया जा सके। ड्रोन को बॉर्डर से लगभग एक किलोमीटर पंजाब की तरफ उड़ाया जा रहा है ताकि पहले ही पता लग सके कि कितने किसान कितने वाहनों में आ रहे हैं। एक किलोमीटर पहले ही पता लगने के बाद पुलिस सुरक्षा के और पुख्ता इंतजाम कर सकती है।

- Advertisment -
RELATED NEWS
- Advertisment -
- Advertisment -

Most Popular