Punjab News: पंजाब सरकार के दिशा-निर्देशों के तहत पंजाब पुलिस द्वारा राज्य भर में अपराध को पूरी तरह से खत्म करने और नागरिकों की सुरक्षा को यकीनी बनाने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत आज वरिष्ठ पुलिस कप्तान अजय गांधी के कुशल नेतृत्व में एक स्मार्ट कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है, जो आधुनिक तकनीक, उच्च गुणवत्ता वाले निगरानी उपकरणों और नई तकनीकों से लैस होगा।
यह नियंत्रण कक्ष अपराध की रोकथाम, संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने तथा जिले भर में बुरे लोगों को बेनकाब करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। इस परियोजना के तहत मोगा पुलिस के विभिन्न स्थानों पर 99 उच्च तकनीक वाले निगरानी कैमरे लगाए गए हैं, जिन्हें आधुनिक एआई-आधारित एनआईआर कैमरों से भी संचालित किया जाएगा। इससे वाहन की पहचान और पता लगाना और भी आसान हो जाएगा। ये कैमरे वाहन की लाइसेंस प्लेट को स्कैन कर उसे डाटाबेस में रिकॉर्ड कर लेंगे, जिससे चोरी हुए या संदिग्ध वाहनों की तत्काल पहचान हो सकेगी।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय गांधी ने बताया कि ये कैमरे 24 घंटे, सप्ताह के सातों दिन लाइव निगरानी प्रदान करेंगे, जिससे जिले में होने वाली किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जा सकेगी। निकट भविष्य में प्रमुख चौराहों और हाई अलर्ट स्थानों पर फेसियल रिकग्निशन कैमरे लगाने की भी योजना है, जिससे फरार अपराधियों की पहचान करने में मदद मिलेगी। मोगा जिले में सभी पीसीआर और ईवीआर वाहन भी जीपीएस से लैस होंगे। इसमें एक ऐसा फीचर लगाया गया है, जिसके जरिए उनकी लाइव लोकेशन स्मार्ट कंट्रोल रूम में दिखाई देगी। ईवीआर वाहनों पर पीटीजेड कैमरे भी लगाए गए हैं, जो लंबी दूरी की निगरानी, घटना की लाइव रिकॉर्डिंग और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने में मदद करेंगे।
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इस अद्यतन से चोरी और डकैती की घटनाओं में कमी आएगी, मादक पदार्थों की तस्करी और अपराध पर अंकुश लगेगा तथा वाहन चोर और तस्करों की पहचान करना आसान हो जाएगा।
अजय गांधी ने आम नागरिकों से अपील की कि यदि उन्हें किसी भी संदिग्ध गतिविधि या अवैध कार्रवाई की जानकारी मिले तो वे तुरंत इसकी सूचना 112 या नजदीकी पुलिस स्टेशन को दें। पहचान गोपनीय रखी जाएगी.