Thursday, April 17, 2025
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Punjab News: 70 साल बाद पंजाब के सरकारी स्कूलों में शिक्षा क्रांति आई है-हरभजन सिंह ईटीओ

Punjab News: देश की आजादी के 70 वर्षों के बाद पंजाब के सरकारी स्कूलों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने का जिम्मा मुख्यमंत्री पंजाब स. भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार के पास आ गया है, जिसके तहत स्कूलों में सम्राट क्लासरूम, आधुनिक प्रैक्टिकल लैब, खेल के मैदान और सूचना प्रौद्योगिकी का प्रयोग करके स्कूली बच्चों को समय के साथ तालमेल बिठाने का काम किया जा रहा है।

यह शब्द कैबिनेट मंत्री स. हरभजन सिंह ईटीओ ने आज शिक्षा क्रांति के तहत जंडियाला विधानसभा क्षेत्र में 7 विभिन्न स्कूलों की इमारतों का उद्घाटन करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि राजकीय प्राथमिक पाठशाला धीरेकोट में 2.5 लाख रुपये की लागत से चारदीवारी, आंगनबाड़ी कक्ष तथा नये कमरे का निर्माण करवाया जाएगा।

20.13 लाख रुपये की लागत से राजकीय माध्यमिक विद्यालय धीरेकोट में चारदीवारी और नया बाथरूम का निर्माण कार्य 2.70 लाख रुपये की लागत से राजकीय प्राथमिक विद्यालय गहरी में नया कक्षा-कक्ष और स्नानघर। 12.37 लाख रुपये की लागत से राजकीय प्राथमिक विद्यालय भंगवान में चारदीवारी, आंगनबाड़ी कक्ष, आरओ सिस्टम व नए कमरे का निर्माण कार्य। 20.63 लाख रुपये की लागत से राजकीय माध्यमिक विद्यालय भंगवान में छत की मरम्मत, 2.36 लाख रुपए की लागत से राजकीय उच्च विद्यालय टांगरा में चारदीवारी, नवीन कक्ष, पुस्तकालय, आर्ट एंड क्राफ्ट कक्ष तथा इंटरलॉकिंग टाइल्स का निर्माण कार्य। 48.62 लाख रुपये की लागत से राजकीय प्राथमिक विद्यालय टांगरा में स्वच्छ जल, शौचालय व नवीन कमरे का निर्माण किया जाएगा।

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उन्होंने कहा कि शिक्षा क्रांति केवल शहरी क्षेत्रों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों के स्कूलों को भी बेहतर बुनियादी ढांचा उपलब्ध करवाया जा रहा है, जिसमें सम्राट कक्षाएं, इंटरनेट सुविधाएं, स्वच्छ बाथरूम, कक्षाओं में बेहतर फर्नीचर और स्कूलों की जरूरतों के अनुसार खेल के मैदान भी तैयार किए जा रहे हैं।

कैबिनेट मंत्री स. ईटीओ ने विपक्षी दलों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि पिछली सरकारों ने स्कूलों की ओर ध्यान दिया होता तो मौजूदा सरकार बुनियादी ढांचे को तैयार करने की बजाय स्कूलों को और आधुनिक बनाने पर काम कर सकती थी। उन्होंने कहा कि पिछली सरकारें सिर्फ विरोध करना जानती थीं। अगर इन सरकारों ने सीमावर्ती क्षेत्रों के स्कूलों की सूरत बदल दी होती तो शायद आज पंजाब को शिक्षा क्रांति की जरूरत नहीं पड़ती। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की सरकार शुरू से ही स्वास्थ्य व शिक्षा पर गंभीरता से काम कर रही है, जिसके परिणामस्वरूप स्कूल ऑफ एमिनेंस, आम आदमी क्लीनिक जहां मरीजों को मुफ्त स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं।

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