Punjab News: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का कहना है कि पंजाब के पास हरियाणा को देने के लिए एक बूंद भी अतिरिक्त पानी नहीं है। इस मुद्दे पर बैठकों का दौर भी जारी है। बीबीएमबी की बात करें तो बीबीएमबी अपने साझेदार राज्यों हरियाणा, पंजाब और राजस्थान की मांग के अनुसार पानी की आपूर्ति करता है, जो इन राज्यों को उनकी मांग के अनुसार भाखड़ा नहर के माध्यम से आपूर्ति की जाती है।
अगर भाखड़ा बांध की गोबिंद सागर झील की बात करें तो झील में जलस्तर 1555.30 फीट है, जो पिछले साल से करीब 10 फीट कम है। गर्मी का मौसम शुरू होते ही पानी की मांग भी बढ़ जाती है। अगर बीबीएमबी यानी भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड के साझेदार राज्यों की बात करें तो पंजाब, हरियाणा और राजस्थान को नांगल से निकलने वाली भाखड़ा नहर के जरिए उनकी मांग के अनुसार पानी मुहैया कराया जाता है।
बीबीएमबी अधिकारियों ने कैमरे पर तो अभी तक कुछ नहीं कहा है, लेकिन ऑफ द रिकॉर्ड बातचीत में उन्होंने कहा है कि बीबीएमबी के साझेदार राज्यों हरियाणा, राजस्थान और पंजाब के उच्च अधिकारियों के साथ बीबीएमबी अधिकारियों की तकनीकी समिति की बैठक हर माह चंडीगढ़ में होती है, जिसमें साझेदार राज्य अपनी पानी की मांग रखते हैं और उनकी मांग के अनुसार पानी उपलब्ध कराया जाता है।
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दूसरी ओर, अधिकारियों का कहना है कि भाखड़ा बांध की गोविंद सागर झील में पानी का प्रवाह कम है। अगर पिछले साल की बात करें तो पिछले साल आज ही के दिन झील में जलस्तर 1565 फीट था, जो आज करीब 10 फीट कम है। गोविंद सागर झील में पानी का प्रवाह 10708 क्यूसेक तथा बहिर्वाह 14494 क्यूसेक दर्ज किया गया है।
नंगल डैम से सतलुज नदी में 640 क्यूसेक पानी, आनंदपुर साहिब हाइडल नहर में 2000 क्यूसेक पानी तथा नंगल हाइडल लहर यानि भाखड़ा नहर में 11000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान का कहना है कि हरियाणा ने मांग के अनुसार इस महीने के लिए अपना कोटा पूरा कर लिया है और वह जो अतिरिक्त पानी मांग रहा है, वह नहीं दिया जा सकता, क्योंकि पंजाब पहले ही पानी की भारी कमी का सामना कर रहा है। लेकिन हरियाणा लगातार पानी की मांग कर रहा है। उधर, बीबीएमबी प्रशासन का भी कहना है कि झील में पानी की आवक कम है, जिसके कारण बांध में भी जलस्तर कम है।