केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा एक रिपोर्ट जारी की गई है। जिसमें देशभर के राज्यों में चल रहे सरकारी और निजी स्कूलों के बारे में आंकड़े जारी किए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, अगर पंजाब की बात करें तो राज्य में सरकारी स्कूल बंद हो गए हैं, जबकि निजी स्कूलों की संख्या बढ़ रही है।
रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 10 वर्षों में पंजाब में हर साल औसतन 153 सरकारी स्कूल बंद या विलय किए जा रहे हैं। कोरोना महामारी के दौरान निजी स्कूल भी बंद कर दिए गए थे। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के अनुसार, पंजाब में 2014-15 से 2023-24 तक 1530 सरकारी स्कूल बंद/विलय हो चुके हैं, जबकि इन 10 वर्षों के दौरान 309 निजी स्कूल बढ़े हैं।
रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2014-15 में पंजाब में 20,772 सरकारी स्कूल थे। वर्ष 2023-24 में यह संख्या घटकर 19,242 हो जाएगी। अकाली-भाजपा सरकार के दौरान पिछले तीन वर्षों (2014-15 से 2016-17) में 204 सरकारी स्कूल बंद/विलय कर दिए गए। उसके बाद कांग्रेस सरकार के दौरान 1309 सरकारी स्कूल बंद/विलय कर दिए गए। मौजूदा आम आदमी पार्टी सरकार के पहले दो वर्षों में 17 सरकारी स्कूल बंद कर दिए गए हैं या उनका विलय कर दिया गया है।
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वहीं दूसरी ओर वर्ष 2014-15 में निजी स्कूलों की संख्या 7395 थी। 2023-24 में उनकी संख्या बढ़कर 7704 हो जाएगी। वर्ष 2020-21 में 8893 निजी स्कूल थे तथा वर्ष 2021-22 में कोरोना काल के बाद निजी स्कूलों की संख्या घटकर 7978 रह गई। इसका मतलब यह है कि एक वर्ष में 914 निजी स्कूल बंद/विलय कर दिए गए।
राज्य में वर्ष 2023-24 में सरकारी स्कूलों में केवल 47.14 प्रतिशत बच्चे ही अध्ययनरत रहे, जबकि निजी स्कूलों में बच्चों की संख्या अधिक रही। वर्तमान में सरकारी स्कूलों की संख्या 19,242 है, जबकि निजी स्कूलों की संख्या 7,704 है। निजी स्कूलों की संख्या कम है, लेकिन उनमें बच्चों की संख्या अधिक है।
पंजाब में सरकारी और निजी सहित कुल सहायता प्राप्त स्कूलों की संख्या 27,404 है। इनमें कुल 2.73 लाख शिक्षक तैनात हैं। इनमें 59.88 लाख बच्चे पढ़ते हैं। इनमें से 28.33 लाख बच्चे सरकारी स्कूलों में पढ़ते हैं। सरकारी स्कूलों में कुल 1,25,136 शिक्षक हैं। एक सरकारी रिपोर्ट के अनुसार, राज्य के 2092 स्कूलों में से प्रत्येक में केवल एक शिक्षक है।