दिल्ली चलो आंदोलन के दौरान खनुरी बॉर्डर पर शहीद हुए युवा किसान शुभकरण सिंह का पोस्टमार्टम आखिरकार उनकी मौत के 8 दिन बाद बुधवार देर रात को हुआ। पुलिस ने परिवार के सदस्यों के बयान दर्ज करने के बाद हत्या की धारा 302 के तहत एफआरआई दर्ज की और भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच सरकारी राजिंदरा अस्पताल में पूरी कार्रवाई अमल में लाई गई। पुलिस कार्रवाई के बाद पांच सदस्यीय मेडिकल बोर्ड ने शुभकरण सिंह का पोस्टमार्टम किया। शुभकरण का आज दोपहर को बठिंडा के बल्लो गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
इस कार्रवाई के दौरान पटियाला जिला उपायुक्त शौकत अहमद पारे भी मौके पर मौजूद थे। डॉक्टरों के एक्सपर्ट पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया। इसके अलावा पोस्टमार्टम के बाद ही परिजनों के बयान पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली थी। आपको बता दें कि राजिंदरा अस्पताल के बाहर किसी भी तरह की भीड़ जमा न हो इसके लिए पुलिस की ओर से सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
इस मौके पर मौजूद किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि आज मृतक युवक का अंतिम संस्कार उसके पैतृक गांव बठिंडा में किया जाएगा। डल्लेवाल ने कहा कि पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की धारा 302 के तहत मामला दर्ज किया है। इसके अलावा प्रशासन ने मृतक किसान के परिवार को एक करोड़ रुपये की मुआवजा राशि और परिवार के सदस्यों को नौकरी देने की भी मंजूरी दी है। इन सभी बातों को मानने के बाद किसान और परिजन पोस्टमार्टम के लिए राजी हो गए हैं।
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आपको बता दें कि किसी भी तरह के धरने या आंदोलन से बचने के लिए जब पुलिस द्वारा कड़ी सुरक्षा बैरिकेडिंग की गई तो वहां मौजूद किसानों ने नारेबाजी की और कहा कि जब तक एफआरआई की कॉपी नहीं मिलेगी तब तक पोस्टमार्टम नहीं होने देंगे। किसानों को एफआरआई की कॉपी मिलनी चाहिए, इसके बाद ही पोस्टमॉर्टम होने दिया गया।