पितृ पक्ष (Pitru Paksha) के दौरान तर्पण करते वक्त इन मंत्रों का जाप करें
दादा जी को तर्पण करते वक्त – दादा जी को तर्पण देते समय अपने गोत्र का नाम लेकर बोलें,”गोत्रे अस्मत्पितामह (दादा जी का नाम) शर्मा वसुरूपत् तृप्यतमिदं तिलोदकम गंगा जलं वा तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः”।
दादी जी को तर्पण करते वक्त- गोत्र का नाम लेकर बोलें “गोत्रे पितामां (दादी का नाम) देवी वसुरूपास्त् तृप्यतमिदं तिलोदकम गंगा जल वा तस्मै स्वधा नमः,तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः”।
पिता को तर्पण करते वक्त- गंगा जल में दूध, तिल और जौ मिलाकर तीन बार पिता को जलांजलि दें। जल देते समय ध्यान करें कि वसु रूप में मेरे पिता जल ग्रहण करके तृप्त हों। फिर अपने गोत्र का नाम लेकर बोलें,”गोत्रे अस्मतपिता (पिता जी का नाम) शर्मा वसुरूपत् तृप्यतमिदं तिलोदकम गंगा जलं वा तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः”।
माता को तर्पण करते वक्त- अपने गोत्र का नाम लेकर बोलें “गोत्रे मां (माता का नाम) देवी वसुरूपास्त् तृप्यतमिदं तिलोदकम गंगा जल वा तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः”
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