Sunday, May 19, 2024
Homeधर्मपितृ पक्ष में इन मंत्रों के साथ पितरों को दें तर्पण

पितृ पक्ष में इन मंत्रों के साथ पितरों को दें तर्पण

- Advertisment -
- Advertisment -

Pitru Paksha: 29 सितंबर से पितृ पक्ष की शुरुआत हो रही है। इस दौरान पितरों को तर्पण देनें की परंपरा है। कहते हैं कि पितृ पक्ष के दौरान पितरों को तर्पण देने और श्राद्ध करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। ऐसे में श्राद्ध के दौरान पितरों का तर्पण करने से पितृ दोष से आने वाली परेशानियां दूर होती हैं और पितरों का आशीर्वाद मिलता है। पितरों को जल देने की विधि को तर्पण कहा जाता है। तर्पण करने के दौरान कुछ मंत्रोंं का उच्चारण करना होता है जिसके बारें में हम आपको बताने जा रहे हैं।

पितृ पक्ष (Pitru Paksha) के दौरान तर्पण करते वक्त इन मंत्रों का जाप करें

दादा जी को तर्पण करते वक्त – दादा जी को तर्पण देते समय अपने गोत्र का नाम लेकर बोलें,”गोत्रे अस्मत्पितामह (दादा जी का नाम) शर्मा वसुरूपत् तृप्यतमिदं तिलोदकम गंगा जलं वा तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः”।

दादी जी को तर्पण करते वक्त- गोत्र का नाम लेकर बोलें “गोत्रे पितामां (दादी का नाम) देवी वसुरूपास्त् तृप्यतमिदं तिलोदकम गंगा जल वा तस्मै स्वधा नमः,तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः”।

पिता को तर्पण करते वक्त- गंगा जल में दूध, तिल और जौ मिलाकर तीन बार पिता को जलांजलि दें। जल देते समय ध्यान करें कि वसु रूप में मेरे पिता जल ग्रहण करके तृप्त हों। फिर अपने गोत्र का नाम लेकर बोलें,”गोत्रे अस्मतपिता (पिता जी का नाम) शर्मा वसुरूपत् तृप्यतमिदं तिलोदकम गंगा जलं वा तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः”।

माता को तर्पण करते वक्त- अपने गोत्र का नाम लेकर बोलें  “गोत्रे मां (माता का नाम) देवी वसुरूपास्त् तृप्यतमिदं तिलोदकम गंगा जल वा तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः, तस्मै स्वधा नमः”

 

ये भी पढ़ें- खलिस्तानी गैंगस्टरों के खिलाफ NIA की बड़ी कार्रवाही, 6 राज्यों में 51 ठिकानों पर रेड

- Advertisment -
RELATED NEWS
- Advertisment -
- Advertisment -

Most Popular