रोहतक। ईशांत की हत्या को 48 घंटे बीतने के बाद भी जब आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो परिजनों में रोष व्याप्त हो गया। परिजन और डेयरी मोहल्ले के लोग व्यापारी नेता हेमंत बक्शी से मिले थे, जिसके बाद वे सभी एसपी रोहतक हिमांशु गर्ग से मिले। उन्होंने सब्जी मंडी थाना पुलिस पर सहयोग न करने का आरोप लगाया था और चेतावनी दी थी कि अगर 24 घंटे के अंदर गिरफ्तारी नहीं हुई तो सड़क जाम कर देंगे। उन्होंने ह्त्याकांड की जांच सीआईए से करवाने की मांग की थी।
परिजनों का कहना है कि असामाजिक तत्व उनके घर के आसपास घूम रहे हैं। परिजनों में डर का माहौल है। एसपी ने तत्काल सीआईए प्रथम व पुरानी सब्जी मंडी थाना पुलिस की संयुक्त टीम बनाकर गिरफ्तारी की हिदायत दी। एसपी के आश्वासन के बाद पुलिस हरकत में आ गई। सब्जी मंडी थाना प्रभारी सतपाल और सीआईए-1 प्रभारी अनेश कुमार के नेतृत्व में छापामारी की गई। पुलिस की संयुक्त टीम ने देर शाम को तीन आरोपियों को धर दबोचा। एक आरोपी प्रवेश को पहले की काबू किया जा चुका है। अब एक आरोपी फरार चल रहा है।
ईशांत खरबंदा हत्याकांड में पुलिस ने तीन आरोपियों पाड़ा मोहल्ला निवासी चिराग, रामजोहड़ी निवासी आशीष उर्फ आशू व खोखराकोट निवासी विशाल को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में खुलासा हुआ है कि रामजोहड़ी निवासी आशीष उर्फ आशू ने ईशांत व उसके भाई तरुण को चाकू मारे थे। मंगलवार को पुलिस आरोपियों को अदालत में पेश करेगी और रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।
डीएसपी मुख्यालय डॉ. रवींद्र ने बताया कि डेयरी मोहल्ला निवासी डिंपल ने शिकायत दी थी कि 26 मई की रात को संगीत समारोह था। इस दौरान डीजे नाइट व महिला संगीत का कार्यक्रम चल रहा था। रात करीब पौने दो बजे दो बाइक पर पांच युवक आए। युवक जबरन जाट चौपाल के अंदर घुसने का प्रयास करने लगे। विरोध करने पर ईशांत व तरुण को चाकू मार दिए। भीड़ ने एक युवक रामलीला पड़ाव निवासी प्रवेश को मौके पर ही दबोच लिया था, तबकि चार युवक फरार होने में कामयाब रहे। पीजीआई में डॉक्टरों ने शौरी मार्केट में कपड़े का कारोबार करने वाले 32 वर्षीय इशांत को मृत घोषित कर दिया था।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि जाट चौपाल के बाहर खड़े डिंपल ने बताया था कि आरोपी शराब पीने की जिद कर रहे थे। इसके लिए बार-बार अंदर जाने का प्रयास कर रहे थे। पता चला है कि उनके निशाने पर एक अन्य युवक निशाने पर था, जो शादी समारोह में आया हुआ था। शराब पीने के बहाने अंदर घुसना चाह रहे थे। आशीष ने पहले तरुण को चाकू मारे थे। ईशांत ने तरुण को बचाने का प्रयास किया तभी आशीष ने ईशांत के सीने में चाक़ू मार दिया। जिसके बाद ईशांत वहीँ गिर पड़ा। परिजनों को पीजीआई लाने में केवल सात मिनट लगे थे लेकिन इस बीच ईशांत की मौत हो गई।