भिवानी। हरियाणा में अंतर्राज्यीय चोर गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। भिवानी में पुलिस ने घरों में चोरी करने वाले अंतर्राज्यीय चोर गिरोह के 5 गुर्गों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने गिरफ्तारी के दौरान कबूला कि उन्होंने हरियाणा सहित 5 राज्यों में वारदातों को अंजाम दिया है। उन्होंने हैरान कर देने वाला खुलासा करते हुए बताया कि अकेले भिवानी जिले में 55 घरों में चोरी की वारदात को अंजाम दिया है।
पकडे गए सभी आरोपी यूपी के रहने वाले हैं। आरोपियों की पहचान यूपी के गाजियाबाद जिले के गांव रामबिहार निवासी राजू उर्फ नन्हे, सागर, राजकुमार, गुलशन उर्फ पोली और जिला हाथरस के गांव हदपुर निवासी भूरा उर्फ लंबू के रूप में हुई है। इस अंतर्राज्यीय चोर गिरोह ने हरियाणा के अलावा यूपी, पंजाब, राजस्थान व गुजरात पुलिस की नाक में दम किया हुआ था।
गिरोह ने कबूला कि वे सभी साथ में चोरी करते थे और चोरी किए गए सामान को बेचकर मिले पैसों को आपस में बांट लेते थे। पुलिस ने आरोपियों को 4 दिन के रिमांड पर लिया है। इन सभी चोरों को राजस्थान के चूरू में गिरफ्तार किया गया था। सिवानी थाने की पुलिस 14 जुलाई को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार करके लेकर आई थी। पुलिस ने आठ दिन का रिमांड लिया था।
पुलिस ने गिरोह के गुर्गों से 3 एलईडी, 1 एसी, 1 इनवर्टर बैटरी, 19 चांदी के सिक्के, 4 जोड़ी चांदी की पाजेब व 2 जोड़ी चांदी के बच्चों के कड़े व रुपये बरामद किए हैं। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने यह सामान चोरी किए गए सामान को बेचकर मिले पैसों से खरीदा था। पुलिस ने आरोपियों को न्यायालय में पेश कर गांव बड़वा में चोरी करने के मामले में दर्ज अभियोग में दोबारा 4 दिन के रिमांड पर लिया है। रिमांड अवधि के दौरान आरोपियों से गहनता से पूछताछ की जाएगी।
पुलिस ने सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश कर 8 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया था। इस दौरान आरोपियों ने जिला भिवानी में वर्ष 2021, 2022 व 2023 में कुल 55 घरों में चोरी की वारदात कबूली हैं। आरोपियों से गहनता से पूछताछ करने पर बताया कि वर्ष 2021 में गांव देवसर में एक घर में चोरी की वारदात को अंजाम दिया था।
वहीं वर्ष 2022 में बवानीखेड़ा, बुशान, बिरण, कुसंभी, डांगर, तोशाम कलाली, टिटानी, देवराला, मिठी, संडवा, दिनोद, ओबरा, घंघाला, मंढाणा, कोहाड, मतानी, पपोसा, धारहेडू, चांग बलियाली, राजपुरा खरकड़ी, गोलागढ़, सांगा, प्रेम नगर, भैनी जाटान में घरों की चोरी की थी। इसके अलावा वर्ष 2023 में गांव ईशरवाल, बड़वा, तालू, ढाणी शंकर, कायला, बवानी खेड़ा, बापोड़ा, अजीतपुर, हसान, खानक, तोशाम, मंढोली, देवावास, गरवा व उमरावत में घरों की चोरी की थी।
पूछताछ करने पर आरोपी राजू उर्फ नन्हे ने बताया कि उनके गिरोह का सरगना गांव रामबिहार निवासी लक्ष्मी उर्फ लख्मीचंद था, जिसकी राजस्थान पुलिस के साथ मुठभेड़ के दौरान मृत्यु हो चुकी है। आरोपी ने बताया कि वह दिल्ली नंबर की गाड़ी में अलग-अलग राज्यों के अलग-अलग जिलों में जाकर घरों में लूट व डकैती की घटना को अंजाम देने के लिए पहले मकान का चयन करते थे। उसके बाद वह उस मकान की रेकी करते थे।
उनका गाड़ी चालक उन्हें चयन किए गए मकान के पास छोड़कर गाड़ी को आबादी वाले इलाके से दूर खड़ी करता था। वह चोरी वाले स्थान पर हथियार के साथ घटना को अंजाम देते थे। वहीं परिवारजनों के उठने पर आरोपी हथियारों से उन पर हमला कर देते थे। चोरी की वारदात को अंजाम देने के लिए वह नंगे पैर आते और अलग-अलग स्थानों पर अलग-अलग वेशभूषा काला कच्छा, काला बुर्का, बनियान, पैंट शर्ट, पैंट टी-शर्ट आदि कपड़ों का प्रयोग करते थे।