स्मार्टफोन यूजर्स को इन दिनों ज्यादा सतर्क रहने की जरुरत है। मार्केट AI जनरेटेड मैसेज और कॉल आ रही है, जिसे पहचानना मुश्किल है। इनके कारण स्मार्टफोन यूजर्स एक बड़े बैंकिंग फ्रॉड का शिकार हो रहे हैं। इस संबंध में McAfee ने एक अंतरराष्ट्रीय शोध किया है, जिसमें ये सामने आया है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से मोबाइल यूजर्स को टारगेट किया जा रहा है।
इस शोध में ये साफ किया गया है कि हर भारतीय को दिन में करीबन 12 फेक मैसेज आ रहे हैं। जिसमें 82 प्रतिशत भारतीय फेक मैसेज का शिकार हो रहे हैं। इन फेक मैसेज में फेक जॉब नोटिफिकेशन, 52 प्रतिश बैंक अलर्ट मैसेज साथ ही साथ कई ऑफर्स के मैसेज। 60 प्रतिशत भारतीय तो फेक मैसेज की परख भी नहीं कर पाते हैं। जिसका एक कारण आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल हैं।
हर भारतीय के स्मार्टफोन में इस तरह के मैसेज आते हैं
- प्राइज जीतने के मैसेज – 72 फीसद
- फेक जॉब जॉनोटिफिकेशन के ऑफर – 64 फीसद
- बैंक अलर्ट मैसेज – 52 फीसद
- नेटफ्लिक सब्सक्रिप्शन प्लान – 35 फीसद
- फेक मिस्ड डिलीवरी नोटिफिकेशन – 29 फीसद
कैसे फ्रॉड से बचें
- किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले विचार करें।
- हमेश स्कैम प्रोटेक्शन सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करें।
- हमेशा खतरनाक मैसेज और लिंक को ब्लॉक करें और उसकी रिपोर्ट करें।
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