Sunday, May 19, 2024
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रोहतक में सताने लगा हीट वेव, बाहर निकलने से पहले पढ़ ले डॉक्टरों की सलाह

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रोहतक। रोहतक में हीट वेव सताने लगा है। 10 मई तक तापमान 42 के पार जाने की चेतावनी मौसम विभाग पहले ही जारी कर चुका है। ऐसे में लू लगने का खतरा बढ़ गया है। तेज धूप और गर्मी की वजह से लोग कपड़े से मुंह ढ़क कर बाहर निकल रहे हैं। ऐसे में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लोगों को सचेत किया जा रहा है। वहीं, दिनभर के मौसम पर नजर डालें तो सोमवार की दोपहर में सूरज की तपिश ने झुलसाने का काम किया। हर ओर लोग तेज पड़ती धूप से बचते नजर आए।

कूलरों की बढ़ी मांग

सोमवार को धूप तेज होते ही सड़कें सुनसान नजर आई। लोग घरों में ही कूलर एसी के सहारे गर्मी से निजात पाने का प्रयास कर रहे हैं। रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड जैसे सार्वजनिक स्थानों पर भी लोगों की भीड़ सामान्य दिनों की अपेक्षा कम ही रही। वहीं, गर्मी को मात देने के लिए बाजार में कूलरों की माग में तेजी से इजाफा हुआ है। स्थानीय कूलर विक्रेताओं के अनुसार मई से पहले कूलरों की मांग न के बराबर थी। लेकिन, पिछले सप्ताह से कूलरों की मांग में आश्चर्यजनक उछाल आया है। मांग को देखते हुए उन्हें कूलर बनाने के लिए अतिरिक्त कारीगर लगाने पड़े है।

बच्चों और बुजुर्गों के लिए खतरनाक है हीट वेव

सामान्य अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सीय अधिकारी डा. रमेश आर्य ने लोगों को सुझाव देते हुए कहा कि वे गर्मी को देखते हुए विशेष अहतियात बरतें। उन्होंने बताया गर्मी से छोटे बच्चे तथा बुजुर्ग अधिक प्रभावित होते है। क्योंकि उनका हीट रेगुलेशन सिस्टम कमजोर होता है। अधिक धूप या गर्मी से उनका हाईपोथेलीभिस सिस्टम गड़बड़ा जाता है। डा. आर्य ने कहा कि बुजुर्गों व बच्चों को धूप में निकलने से परहेज करना चाहिए। साथ ही पूरे बाजू के सूती व आरामदायक कपड़े पहनने चाहिए।

जाने क्या कहते हैं डॉक्टर

नागरिक अस्पताल के जनरल फिजिशियन डॉ. पवन का कहना है कि इस मौसम में जल का सेवन करते रहें। शरीर को हाइड्रेटेड रखें। सिर को खुला सीधे सूरज के संपर्क में आने से बचाएं। बहुत आवश्यक कार्य हो तब ही घर से बाहर निकलें। बाहर निकलते समय चेहरे और सिर को अच्छे से सूती वस्त्र से ढंक कर निकलें।

नागरिक अस्पताल के जनरल फिजिशियन डॉ. पवन का कहना है कि गर्मी में स्कूलों के आसपास बर्फ का गोला/ आइस्क्रीम बेचने वाले हाथ ठेला संचालकों का जमावड़ा लगा रहता है। स्कूलों में अवकाश के बाद बच्चों की भीड़ इन ठेलों पर लग जाती है। सेक्रीन व केमिकलयुक्त फ्लेवर का स्तर गिरा हुआ होने से बच्चों को बीमारियां घेरने लगती हैं। फ्लेवर के आदी होने पर कुछ बच्चे प्रतिदिन बर्फ का गोला खाते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए घातक है। डॉक्टर्स का कहना है बर्फ का गोला खाने से गला जाम हो जाता है, गले में इन्फेक्शन, निमोनिया, टाइफाइड, दिमागी बुखार, हैजा, उल्टी, दस्त, केमिकल रिएक्शन, सहित बीमारियों हो सकती हैं। बर्फ गोला व आइस्क्रीम बेचने वाले कई बार दूषित पानी का उपयोग करते हैं जो स्वास्थ्य के लिए घातक है। खासकर बच्चों को इससे बचना चाहिए।

घर के बने ठंडे पेय पदार्थ पीये

डॉक्टरों का कहना है कि बाहरी कोल्ड ड्रिंक पीने की बजाय घर के बने पेय पदार्थ जैसे शिकंजी, लस्सी, रबड़ी आदि या ग्लूकोज का प्रयोग अधिक करना चाहिए। इसके साथ ही रेहड़ियों पर बिकने वाले खाद्य पदार्थों तथा पेय पदार्थों तथा कच्ची बर्फ का सेवन न करे। अगर गर्मी में बाहर से घर पर आये हैं तो तुरंत ठंडा पानी न पिए इससे आपको गर्म सर्द होने का खतरा है। डार्क और रेशमी कपड़ों की जगह सूती, ढीले-ढाले, हलके रंग वाले व आरामदायक वस्त्र पहनें।

बढ़ेगी गर्मी, राहत की संभावना कम

मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण आगामी नौ मई को मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है लेकिन गर्मी से कुछ खास राहत मिलने की संभावना काफी कम दिखती है। फिलहाल मौसम में गर्माहट बनी रहेगी। बीच-बीच में बादलों का भी आना-जाना लगा रहेगा।

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