चंडीगढ़ के DC विनय प्रताप ने इस संबंध में बताया कि हरियाणा सरकार के अफसरों के साथ इस मामले पर कई दौर की बातचीत हो चुकी है। अब सिर्फ दस्तावेजों का आदान-प्रदान ही बाकी है जो दो हफ्ते में कर लिया जायेगा।
हरियाणा विधानसभा की सीटें 90 से बढ़कर 126 (Haryana New Assembly)
हरियाणा विधानसभा की जो वर्तमान में बिल्डिंग है वो पंजाब से सटी हुई है। इस समय एक ही इमारत में हरियाणा और पंजाब की विधानसभाएं चल रही है। पंजाब के द्वारा हरियाणा को विधानसभा की इमारत में आज तक समझौते के अनुसार पूरी हिस्सेदारी नहीं दी गई है। इसे मामले पर लंबे वक्त से विवाद चल रहा है। हरियाणा की वर्तमान विधानसभा इमारत काफी छोटी पड़ रही है। दूसरे साल 2026 के परिसीमन के बाद हरियाणा की विधानसभा सीटें 90 से बढ़कर 126 तक पहुंचने की उम्मीद है। जिसके चलते हरियाणा चंडीगढ़ में ही नई विधानसभा इमारत बनाने की कवायद में लगा हुआ है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने की थी घोषणा
बीते साल जयपुर में हुए नॉर्थ जोनल काउंसिल की तीसवीं बैठक में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने हरियाणा सरकार को अलग विधानसभा बनाने के लिए जगह देने का वादा किया था। तब से दोनों प्रदेशों के आलाधिकारी इस पर चर्चाएं कर रहे थे। अब जाकर जमीन देने का काम पूरा होने वाला है।
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हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि जमीन अलाटमेंट को लेकर हरियाणा और चंडीगढ़ में लगभग सहमति बन चुकी है। हरियाणा के अधिकारियों को जल्द से जल्द औपचारिकताएं पूरी करने के निर्देश दिए गए हैं। पंजाब द्वारा किए जा रहे विरोध में निराधार करार देते हुए गुप्ता ने कहा कि पंजाब यदि चंडीगढ़ में अलग विधानसभा बनाना चाहता है तो बना सकता है हरियाणा को उससे कोई आपत्ति नहीं है।