रोहतक। हरियाणा की चार महिलाओं को कल यानि 9 मार्च को नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में सम्मानित किया जाएगा। इनमें से एक महिला नीतू रोहतक की रहने वाली हैं। सभी महिलाओं को यह सम्मान जल शक्ति अभियान के तहत जल संरक्षण के लिए बेहतर कार्य करने पर दिया जाएगा। वह मंच पर गांव में कैसे जल बचाने के लिए बेहतर कार्य किया, इसकी भी जानकारी देंगी।
75 महिलाएं लेंगी कार्यक्रम में हिस्सा
प्रदेश के यमुनानगर से तनु सिंह जो स्वैच्छिक संगठन चला रही हैं। सिरसा जिले के पानीवाला मोटा गांव की सरपंच मंजू बाला, रोहतक से वीडब्ल्यूएससी सदस्य नीतू और महेंद्रगढ़ के सुरेती जाखल गांव की पंप ऑपरेटर अनुराधा का चयन किया गया है। हालांकि प्रदेश भर से चारों महिलाओं सहित 75 महिलाएं कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी। इनमें 4 महिलाओं को मंच पर अपने अनुभव साझा करने के लिए चुना गया है, जिन्हें सम्मानित भी किया जाएगा। इसके अलावा राजस्थान से 50, उत्तर प्रदेश से 125 महिलाएं कार्यक्रम में हिस्सा लेंगी। इस कार्यक्रम में पंचायत सरपंच, पंचायत सदस्य, वीडब्ल्यूएससी सदस्य, जलयोद्धा हिस्सा ले रही हैं।
कार्यक्रम की थीम नारी शक्ति से जल शक्ति
जल शक्ति अभियान 2024 की थीम नारी शक्ति से जल शक्ति रखा गया है। इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महिलाओं से बातचीत करेंगे। प्रधानमंत्री के अलावा जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत मौजूद रहेंगे। जल शक्ति अभियान 2024 जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण विभाग के राष्ट्रीय जल मिशन के सहयोग से लांच किया जाएगा।
महेंद्रगढ़ के सुरेती जाखल गांव की पंप ऑपरेटर अनुराधा कहती हैं कि सतनाली ब्लॉक के 25 गांवों में घर-घर जाकर पानी बचाने के लिए लोगों को जागरूक कर रही हूं। इसके साथ हर घर में नल की टोटी लगवाने का भी कार्य किया है। गांव में कहीं पर भी पानी की लाइन में लीकेज होता है तो वह तुरंत उसे बंद किया जाता है। आसपास के लोगाें को भी ऐसा करने के लिए जागरूक किया जा रहा है।
सरपंच सिरसा के पानीवाला मोटा गांव की सरपंच मंजू बाला कहती हैं कि गांव में पहले पीने के पानी की किल्लत थी, लेकिन अब घर-घर नल से पहुंचाने का कार्य कर दिया है। वहीं गांव में अमृत सरोवर योजना के तहत एक जोहड़ बनाया, जिसमें गांव का वेस्ट पानी एकत्रित किया जा रहा है। इसके अलावा पानी को व्यर्थ बहने से रोकने के लिए एक महिलाओं की कमेटी भी बनाई गई है ताकि पानी को बचाया जा सके।
रोहतक में VWSC की सदस्य नीतू के अनुसार लोगों को बारिश का पानी एकत्रित करने के लिए वाटर टैंक बनाने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है। वहीं पानी की भी समय-समय पर जांच कर जानकारी दी जा रही है। बर्बाद हो रहे पानी को कैसे उपयोग में लाया जाए, इसके लिए भी जागरूक किया जा रहा है। इस कार्य को करने के लिए ज्यादा से ज्यादा महिलाओं को जोड़ा जा रहा है।
यमुनानगर की तनु सिंह के अनुसार किसानों को वीडियो के माध्यम से गांव-गांव जाकर पानी को बचाने के लिए जागरूक किया जा रहा है। अब तक 300 से ज्यादा गांवों में किसानों के साथ संगोष्ठी की गई है। उनमें किसानों को नई-नई तकनीकी के बारे में अवगत करवाया जाता है। वन विभाग के साथ मिलकर भी गांवों में पौधे लगाने का कार्य हो रहा है। अब तब करीब 15 हजार किसानों को जागरूक किया जा चुका है।
नारनौल के जल एवं स्वच्छता सहायता संगठन में जिला सलाहकार मंगतूराम सरसवा ने बताया कि महेंद्रगढ़ जिले से पंप ऑपरेटर अनुराधा सहित यमुनानगर से तन्नू सिंह, रोहतक से VWSC नीतू और सिरसा से सरपंच मंजूबाला दिल्ली में 9 मार्च को होने वाले कार्यक्रम में गांव में पानी को बचाने के लिए किए गए बेहतर कार्यों के बारे में मंच से जानकारी सांझा करेगी। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मौजूद रहेंगे।