जिले के गांव रामगढ़ में एक युवक सतनाम सिंह पुत्र बिकर सिंह ने प्रताड़ना से तंग आकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। युवक ने बीती रात अपने घर में पंखे से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक ने अपनी जेब में एक सुसाइड नोट छोड़ा है, जिसमें उसने अपनी मौत के लिए गांव के मुखिया और पूर्व सरपंच को जिम्मेदार ठहराया है। पुलिस ने आरती के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
इस मामले को लेकर मृतक युवक सतनाम सिंह की पत्नी परमजीत कौर और मां बिंदर कौर ने बताया कि मृतक कुछ साल पहले टल्लेवाल के आढ़ती जगराज सिंह के यहां मुनीम का काम करता था। आरतीया उनके बेटे के बैंक खाते से पैसे जमा करती थी और निकालती थी। पैसे के लेन-देन को लेकर अरतिया द्वारा जानबूझकर उसके बेटे को परेशान किया जा रहा था।
आरती अपने बेटे से 22 लाख रुपये की मांग करती थी, लेकिन उसे सिर्फ 8 लाख रुपये ही देने पड़ते थे। जब वह आरती को 8 लाख रुपए देने आया तो आरती ने पैसे लेने से इनकार कर दिया और 22 लाख रुपए ही मांगती रही। जिसके कारण उनके बेटे ने आरत की दुकान छोड़ दी और इलेक्ट्रीशियन के रूप में अपना काम शुरू कर दिया। लेकिन फिर भी अरतिया द्वारा उसे पिछले दिनों से परेशान किया जा रहा था।
पंजाब मौसम अपडेट, यह शहर आज रहेगा सबसे गर्म, बारिश का अलर्ट
परिवार ने कहा कि अरतिया ने उनके मृत बेटे सतनाम सिंह से एक खाली चेक भी लिया था, जो अक्सर उनके बेटे को धमकी देता था कि वह चेक के माध्यम से 22 लाख रुपये का भुगतान करके उसे दंडित करेगा। इससे संतुष्ट न होकर, आरतीया ने अपने घर पर लिखित आभूषण भी भेजे थे, जिससे अक्सर उसे परेशान किया जाता था और घर से बेदखल करने और पुलिस की धमकियों के अलावा कुछ लोगों द्वारा उसका पीछा किया जाता था।