हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर सरकार और किसानों के बीच विवाद खत्म हो गया है। भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत ने मंगलवार को कहा कि हरियाणा के कुरुक्षेत्र में पिपली में राष्ट्रीय राजमार्ग पर 24 घंटे से अधिक समय से आंदोलन कर रहे किसान अब अपना विरोध समाप्त करेंगे और अवरुद्ध सड़कों को खोलेंगे।
राकेश टिकैत ने कहा, “हम अपना विरोध समाप्त कर रहे हैं। अवरुद्ध सड़कों को आज खोला जाएगा। हम विरोध कर रहे थे ताकि हमारी फसल एमएसपी पर खरीदी जा सके। हम पूरे देश में एमएसपी के लिए लड़ते रहेंगे। हमारे नेताओं को भी जल्द रिहा किया जाएगा। हमारे नेताओं के खिलाफ दर्ज मामले वापस लिए जाएंगे।”
#WATCH | We are ending our protest. The blocked roads will be opened today. We were protesting so that our crops are purchased at MSP. We will keep fighting for MSP across the country. Our leaders will also be released soon. Cases filed against our leaders will be taken back:… pic.twitter.com/TXfYZGGMwn
— ANI (@ANI) June 13, 2023
बता दें कि राज्य सरकार द्वारा सूरजमुखी बीज खरीद मूल्य बढ़ाने की मांग स्वीकार करने के बाद किसानों ने कुरुक्षेत्र में अपना विरोध समाप्त कर दिया। किसान नेताओं पर दर्ज मुकदमे भी वापस लिए जाएंगे। बीकेयू (चढूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चढूनी सहित अन्य को भी जेल से रिहा किया जाएगा। वे न्यायिक हिरासत में हैं।
दरअसल, सूरजमुखी की फसल के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) और पिछले सप्ताह शाहाबाद में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किए गए नौ किसान यूनियन नेताओं की रिहाई की मांग को लेकर सैकड़ों किसानों ने पिपली के पास राष्ट्रीय राजमार्ग -44 को जाम कर दिया है।