Thursday, May 2, 2024
Homeहरियाणाहिसारहिसार में किसान हुए उग्र , खनौरी बॉर्डर जाने के लिए अड़े,...

हिसार में किसान हुए उग्र , खनौरी बॉर्डर जाने के लिए अड़े, पुलिस और BSF ने संभाला मोर्चा

- Advertisment -
- Advertisment -

हिसार। हिसार के हांसी क्षेत्र में एक बार फिर किसानों को लेकर तनाव शुरू हो गया है। खेड़ी चौपटा के पक्के मोर्चे पर किसानों ने दोपहर 2 बजे आगे बढ़ने का प्रयास किया तो पुलिस ने रोक लिया। पुलिस ने सड़क पर दोनों ओर बेरिकेड्स लगाए हुए हैं। मौके पर गाड़ियां भी अड़ा दी गई हैं। किसान कच्चे रास्तों की ओर से निकलने लगे ताे पुलिस ने वहां भी रोकने का प्रयास किया। पुलिस तथा किसानों के बीच काफी देर तक बहस हुई। जिसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। यह देख किसानों ने पथराव कर दिया। जिसमें थाना नारनौंद के एसएचओ चंद्रभान घायल हो गए।

वाटर कैनन, एंबुलेंस माैके पर

पुलिसकर्मी मौके से दौड़ते हुए दिखाई दिए। पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे। बाद में पुलिस कर्मियों ने भी किसानों पर पथराव करना शुरू कर दिया। इस एलान को लेकर प्रशासन ने वीरवार को किसानों से बातचीत की थी। जिसमें समाधान नहीं निकल सका। किसान खनौरी बॉर्डर पर जाने की जिद पर अड़े रहे। प्रशासन ने मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया है। फायर ब्रिगेड की गाड़ी, वाटर कैनन, एंबुलेंस माैके पर पहुंची है।

SP मौके पर पहुंचे, DSP भी घायल

हिसार में किसानों और पुलिस के टकराव के बाद SP मकसूद अहमद मौके पर पहुंचे हैं। दोनों तरफ से तनाव की स्थिति है। एसडीएम प्रवीण कुमार को भी मौके पर बुलाया गया है। नारनौंद के एसएचओ चंद्रभान के अलावा DSP रविंद्र सांगवान भी घायल हुए हैं। किसान नेता सुरेश कौथ समेत कई किसान नेताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। फिलहाल यहां माहौल तनावपूर्ण है।

पुलिस ने गांव में फ्लैग मार्च किया

किसानों के पक्का मोर्चा के पास करीब 250 पुलिस व अर्ध सैनिक बल के जवान तैनात कर दिए गए हैं। यहां पर वाटर कैनन, फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस की तैनाती की गई है। वहीं काफी संख्या में पुलिस बल भी तैनात कर दिया गया है। इसको लेकर दो दिन पहले पुलिस ने गांव में फ्लैग मार्च किया था। वहीं गुरुवार को भी गांव में पुलिस ने पैदल मार्च किया है। भारतीय किसान मजदूर यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश कोथ ने बताया कि सरकार जल्द से जल्द किसानों की मांगें पूरी कर दे, अन्यथा किसान दिल्ली में जाकर आंदोलन को मजबूती से लड़ने का काम करेंगे।

प्रतिनिधि को कमेटी में शामिल

किसान नेता विकास सीसर ने कहा कि सरकार ने 23 फरवरी को सभी मांगें पूरी करने की घोषणा नहीं की तो हजारों किसान इकट्ठे होकर खनौरी बॉर्डर की ओर कूच करेंगे। इसके लिए पुलिस प्रशासन कितनी तैयारी कर ले किसान पीछे नहीं हटेंगे। आंदोलन को लेकर 50 सदस्यीय कमेटी फैसला लेगी। एक गांव में एक किसान प्रतिनिधि को कमेटी में शामिल किया गया है। इस आंदोलन में एकजुट होकर किसान की लड़ाई लड़ने का काम करेंगे।

आपको बता दें खनौरी बॉर्डर जाने के लिए किसानों ने अपनी तैयारी कर रखी थी। सभी किसान राशन के साथ पूरे इंतजाम करके यहां से चले। ट्रैक्टर के साथ ट्रॉली के अंदर ही रहने का अस्थाई ठिकाना भी बनाया गया है। बॉर्डर पर पहुंच कर जो किसान नेताओं के आदेश होंगे, उसी के अनुसार काम किया जाएगा। अबकी बार किसान अपनी मांगे पूरी करवाए बगैर घर नहीं लौटेगा।

कमेटी में यह किसान हैं शामिल

इनमें विकास सिसर, कुलदीप खरड़, प्रधान अमन डाटा, रणवीर उमरा, सतीश राजली, जय नारायण, सुरेश, बिजेंदर, सुंदर, राकेश, मनीष, जगदीश, विकास, कृष्ण, मनजीत, सतीश, गोलू, अभिमन्यु, धर्मवीर, रामपाल, रणधीर, ओमप्रकाश, रामकुमार, कृष्णा मान, सुंदर, जोरा सिंह, कर्मवीर, संदीप, रोहतास, वारिस डाटा, जगदीप, राजेंद्र, संदीप, सुंदर पनिहारी, मनजीत, रामचंद्र, कृष्ण मसूदपुर, कुलदीप, काला गामडा, शिवलाल राजली, रामपाल, रवि, अनिल, सुनील राखी, प्रदीप ढांडा, सुरेश, रणधीर खेड़ी, दरबारा, अनिल, सूरजमल, सत्ता, कुलदीप पुनिया, आजाद, सोनू ,राम मेहर, रौनक, नफे सिंह, राजपाल, नरेश, मनोज, दीपक, महेंद्र खेड़ी, ओम प्रकाश, परवीन नाडा, विनोद दुहन, दीपक मोर, वीरेंद्र, मांगेराम, सिद्धू मिर्चपुर इत्यादि शामिल किए गए हैं।

- Advertisment -
RELATED NEWS
- Advertisment -
- Advertisment -

Most Popular