Saturday, April 27, 2024
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किसानों ने रेलमार्ग, सड़क और पानी रोकने का किया ऐलान, महापंचायत के लिए पहुंचे आसौदा

उधर जींद में भी गांव नगूरां में बिजली की समस्‍या को लेकर किसानों ने जींद-कैथल मार्ग जाम किया है। पांच गांव के खेतों में पिछले एक सप्ताह से नहीं आ रही बिजली। धान रोपाई का काम प्रभावित हो रहा है।

बहादुरगढ़।(प्रवीन बत्रा) हरियाणा के किसानों में रेल कॉरिडोर के लिए जमीन का उचित मुआवजा ने मिलने को लेकर खासी नाराजगी है। यही वजह है कि मंगलवार को किसानों ने बड़े आंदोलन की शुरूआत करने का ऐलान किया है। किसानों ने दिल्ली रेल सेवा, सड़क और पानी की सप्लाई बाधित करने का भी मसौदा तैयार किया है। वहीं, दूसरी तरफ पुलिस-प्रशासन भी हड़ताल को लेकर तैयारियां की है। पुलिस की कोशिश होगी कि किसी भी तरह से आवागमन बाधित न हो और दिल्ली की रेल सर्विस पर भी कोई प्रभाव न पड़े। किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए जगह-जगह पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है।

किसानों ने जमीन के मुआवजे समेत कई ऐसी मांगे हैं जिनको लेकर रेलमार्ग, सड़क और पानी रोकने का कल ऐलान कर दिया था। इसके लिए बहादुरगढ़ के आसौदा गांव में झज्जर और सोनीपत के गांव से किसानों का पहुंचना शुरू हो गया है। आज असौदा गांव में मांगों को लेकर महापंचायत बुलाई गई है। इसके बाद रेलवे सड़क जाम करने का फैसला होगा। इसको देखते हुए भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। आपको बता दें रेल कॉरिडोर के लिए अधिग्रहित जमीन के मुआवजे समेत 25 मांगों को लेकर किसानों की ओर से आज दिल्ली का रेलमार्ग, सड़क व पानी रोकने का ऐलान किया गया है।

बहादुरगढ़ से लेकर आसौदा तक सड़क व रेल मार्ग पर एक हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। पंचायत स्थल के आसपास पुलिस बल तैनात है। अभी गांव से किसान तिरंगे झंडे लेकर पंचायत में पहुंच रहे हैं। आपको बता दें किसानों ने बीते शनिवार को दो जगहों पर महापंचायत की और रविवार को आंदोलन करने का ऐलान किया था। रेल मार्ग रोकने और सड़क जाम करने के अलावा किसान दिल्ली की वाटर सप्लाई भी रोकने पर आमादा हैं। किसानों ने पहले आसौदा में महा पंचायत बुलाई थी लेकिन बारिश हो गई।

इसके बाद झज्जर और सोनीपत में किसान प्रतिनिधि जुटे और आंदोलन की रूपरेखा तय की गई। किसान प्रतिनिधियों ने सीएम मनोहर लाल खट्टर से भी वार्ता की लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला। रिपोर्ट्स के अनुसार यह आंदोलन भारत भूमि बचाओ संघर्ष समिति के बैनर तले किया जाना है। समिति के प्रेसीडेंट के अनुसार किसानों की मांग को लेकर सरकार को समय दिया गया है लेकिन सरकार ने किसानों की डिमांड पूरी करने में कोई रुचि नहीं दिखाई। इसके बाद 27 जून को रेल, सड़क और पानी की आपूर्ति रोकने का ऐलान किया गया है। किसान नेताओं का कहना है कि वे शांतिपूर्वक प्रदर्शन करेंगे और सरकार को मजबूर करेंगे कि वह किसानों की मांग पूरी करे।

उधर जींद में भी गांव नगूरां में बिजली की समस्‍या को लेकर किसानों ने जींद-कैथल मार्ग जाम किया है। पांच गांव के खेतों में पिछले एक सप्ताह से नहीं आ रही बिजली। धान रोपाई का काम प्रभावित हो रहा है।

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