Saturday, April 27, 2024
Homeदेशऐसे करें नकली और असली मावा की पहचान

ऐसे करें नकली और असली मावा की पहचान

Fake and Real Mawa: होली का त्योहार आने वाला है ऐसे वक्त में बाजार में मावा की डिमांड काफी बढ़ गई है। पकवान बनाने के लिए मावा का अधिक उपयोग किया जाता है।  बाजार में इसकी डिमांड बढ़ते ही मावा में मिलावट करने वाले मिलावटखोर (Fake and Real Mawa) एक्टिव हो जाते हैं।

नकली मावा में होती हैं ये चीजें (Fake and Real Mawa)

मिलवाटखोर लोग नकली मावा बनाने के लिए शकरकंद, सिंघाड़े का आटा, आलू, मैदा  और डालडा घी आदि मिलाकर मिलावटखोर मोटा मुनाफा कमाने के लिए लोगों की जिंदगी से खिलवाड़ करते हैं। नकली मावा बनाने वाले शकरकंद, सिंघाड़े का आटा, आलू और मैदा का इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा मावे में घटिया किस्म का सॉलिड मिल्क, टेलकम पाउडर, चॉक और सफेद केमिकल की मिलावट मावा लड्डू के लिए की जाती है। मावा का वजन बढ़ाने के लिए स्टार्च और आलू मिलाया जाता है।

असली और नकली मावा की ऐसे करें पहचान 

आप बहुत ही आसानी से असली और नकली मावा की पहचान  कर सकते हैं। इसके लिए  मावा को अपने अंगूठे के नाखून पर रगड़ें, अगर यह असली है तो इसमें से घी की महक आएगी और खुशबू देर तक रहेगी। खोया को हथेली पर गोली बनाएं। फटने लग जाए तो समझिए मावा नकली है या फिर इसमें मिलावट है। मावे में थोड़ी सी शक्कर डालकर उसे गर्म कर लें। अगर ऐसा करने के बाद मावा पानी छोड़ने लगे तो समझ जाएं कि यह नकली मावा है। असली मावा की पहचान चखकर भी कर सकते हैं। असली मावा जो होता है वो कभी भी मुंह में चिपकता नहीं है जबकि नकली मावा आपके मुंह में चिपक जाता है। असली मावा खाने में बिल्कुल कच्चे दूध के जैसा लगता है।

होली में क्यों गाया जाता है फुगआ गीत

https://garimatimes.in/why-phuga-song-is-sung-in-holi/

सेहत पर पड़ता है बुरा असर

मिलावटी खाने-पीने की वस्तुओं का स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। इसका सेवन करने से लीवर, किडनी, पेट और दिल पर पड़ने के साथ-साथ बुखार आना, सिर दर्द होना और शरीर टूटने जैसी समस्याएं भी पैदा कर सकता है।

 

- Advertisment -
RELATED NEWS

Most Popular