Sunday, September 29, 2024
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रोहतक नगर निगम में सीएम फ्लाइंग ने मारा छापा, टैक्स ब्रांच में बंद मिला सीसीटीवी

रोहतक। रोहतक नगर निगम में शुक्रवार को सीएम फ्लाइंग एवं गुप्तचर विभाग ने छापेमारी की। वित्त वर्ष के अंतिम दिनों में प्रॉपर्टी टैक्स में छूट का लाभ और प्रॉपर्टी आईडी की कमियों को दूर करने के लिए कटवाए जा रहे चक्कर को लेकर संयुक्त टीम ने छापेमारी की है। टीम के पास पहले से काफी इनपुट था। टीम ने सुबह 11 बजे से 5 बजे तक दबिश दी। शनिवार को भी कार्रवाई जारी है।

ज्वाइंट कमिश्नर नहीं थे ऑफिस में

टीम ने इंस्पेक्टर आनंद के कमरे में दबिश दी और कंप्यूटर से रिकॉर्ड निकलवाया। इस दौरान जेडीटीओ को भी बुलाया गया और उससे वित्त वर्ष 2023-24 के पूरे रिकॉर्ड की मांग की गई कि किस समय में फाइलों का संचालन शुरू किया गया था। फिर जेडीटीओ का तबादला होने के बाद का रिकॉर्ड मांगा। कर्मचारियों ने छापेमारी की सूचना ज्वाइंट कमिश्नर अंकिता वर्मा को दी। इसके बाद डीएमसी जितेंद्र कुमार से चर्चा की। छापेमारी की सूचना मोबाइल फोन के जरिए ज्वाइंट कमिश्नर विजय सिंह मलिक को दी गई। ज्वाइंट कमिश्नर विजय कार्यालय में नहीं थे, वे फील्ड में दौरा करने के लिए निकले हुए थे। छापेमारी की सूचना मिलते ही कार्यालय पहुंचे और ज्वाइंट कमिश्नर वर्मा से बात की।

डीएमसी से की गई पूछताछ

इसके बाद सीएम फ्लाइंग एवं गुप्तचर विभाग के इंस्पेक्टर दिनेश ढाका की ओर से डीएमसी को भी बातचीत व पूछताछ के लिए बुलाया गया। करीब 20 मिनट तक जांच में शामिल होने के बाद डीएमसी वापस अपने कार्यालय में पहुंचे और कुछ भी बताने से बचते रहे। इस बार वित्त वर्ष में प्रॉपर्टी टैक्स से 35 करोड़ रुपए का लक्ष्य था। करीब 28 करोड़ रुपए जमा हो चुका है। इसके लिए अभी दो दिन बाकी है। साथ ही चंडीगढ़ मुख्यालय की ओर से 31 मार्च तक प्रॉपर्टी टैक्स के ब्याज पर 100 फीसदी छूट, मार्च 2023 तक के बकाया मूल राशि पर 15 फीसदी छूट और वर्ष 2023-24 के प्रॉपर्टी टैक्स पर 15 फीसदी छूट दी गई है।

लोगों ने सुनाये अपने दुखड़े

देव कॉलोनी निवासी बिजेंद्र ने बताया कि वे पूर्व फौजी है, 7 महीने से चक्कर काट रहे हैं। पहले प्रॉपर्टी टैक्स के लिए चक्कर काटा। अब प्रॉपर्टी आईडी ही नहीं चढ़ाई जा रही है। खाली प्लाट पर किसी और की आईडी दर्शाई गई है। विशाल नगर के सुरेश कुमार बताते हैं कि प्रॉपर्टी आईडी बनवाने के लिए 27 अक्टूबर से नगर निगम में आ रहा है। लगातार नगर निगम कार्यालय के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

वहीँ हिसार रोड निवासी ज्वाला तंवर ने कहा कि मेरा हिसार रोड पर 522 गज का मकान है, लेकिन प्रॉपर्टी टैक्स 150 गज का ही भेजा है। इस बारे में आयुक्त के पास गया तो उन्होंने संतोषजनक जवाब नहीं दिया। सिर्फ चक्कर कटवाए जा रहे हैं। आठ महीने से चक्कर काट रहे हैं। बैंक कॉलोनी के रामप्रकाश ने बताया कि उनकी प्रॉपर्टी आईडी के दो केस हैं। एक केस में नाम गलत है और दूसरे में फोन नंबर गलत चढ़ाया गया है। इस बारे में दो महीने से निगम कार्यालय में चक्कर काट रहा हूं। कोई प्रॉपर्टी आईडी को ठीक ही नहीं करता है।

सीसीटीवी कैमरे को किया गया था आउट ऑफ फोकस

इसके बाद जांच करते हुए जब सीएम फ्लाइंग एवं गुप्तचर विभाग की टीम डीएमसी जितेंद्र कुमार के कमरे में पहुंची तो यहां पर भी पाया कि सीसी टीवी कैमरे को आउट ऑफ फोकस कर दिया गया था। कैमरा नीचे दीवार की तरफ झुका था। जबकि इस कार्यालय में महिला कर्मचारी भी तैनात थी और वहां पर पब्लिक डीलिंग का कार्य भी लगातार होता है। सुनवाई के लिए अक्सर आमजन यहां पर डीएमसी के पास समस्या लेकर पहुंचते हैं। इसके बाद भी कैमरे को सही नहीं करवाया गया था। इस डीएमसी के कमरे में मिले आउट ऑफ फोकस कैमरे की भी सीएम फ्लाइंग एवं गुप्तचर विभाग की टीम ने वीडियोग्राफी कर ली। अब इसकी भी रिपोर्ट बनाई जाएगी।

नहीं मिला बैकअप बॉक्स भी

सीएम फ्लाइंग और गुप्तचर विभाग की टीम ने जब नगर निगम के सीसीटीवी कैमरे के खराब होने की सूचना मिली तो कंट्रोल रूम में कर्मचारी को भेजा गया। वहां पर कोई कंट्रोल रूम नहीं पाया। सिर्फ सर्वर रूम ही मिला। वहां पर भी डिस्प्ले स्क्रीन गायब मिली। इसके अलावा सीसीटीवी कैमरे का बैकअप बॉक्स भी नहीं मिला। सिर्फ वहां पर तारे लटक रही थी। इस पर कर्मचारी ने वहां की वीडियोग्राफी भी की और इसकी भी रिपोर्ट बना ली गई है। जांच टीम ने एक कर्मचारी से पूछा कि टैक्स ब्रांच में लगे सीसीटीवी कैमरे क्यों नहीं चल रहे। कर्मचारी ने कहा कि उसको पासवर्ड पता नहीं है। इससे पहले भी टैक्स ब्रांच के रिकाॅर्ड रूम का सीसीटीवी कैमरा भी फाइलों के पीछे छुपाने का मामला सामने आ चुका है।

भ्रष्टाचार को लेकर होती रही है निगम में कार्रवाई

नगर निगम में पहले भी भ्रष्टाचार के मामले सामने आ चुके हैं। विजिलेंस निगम के एटीपी से लेकर डाटा इंट्री ऑपरेटर को गिरफ्तार कर चुकी है, साथ ही जिला पुलिस दो पटवारियों को रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार कर चुकी है। पिछले एक साल में अब तक 4 बार छापेमारी की गई है। 7 दिसंबर 2023 को नगर निगम के कार्यालय में सीएम फ्लाइंग ने छापेमारी की थी। शहर की सफाई के लिए दिए गए टेंडर की वास्तविकता की भी जांच की गई। ताकि पता लग सके कि सफाई टेंडर में कोई घोटाला तो नहीं हुआ।

अगस्त 2023 में नगर निगम कार्यालय में सीएम फ्लाइंग ने छापेमारी की थी। मौके पर कई कर्मचारी गैर हाजिर मिले। टीम ने निगम कार्यालय में पहुंचे लोगों से फीडबैक लिया था। 31 मई 2023 में विजिलेंस की टीम ने अवैध कॉलोनी में तोड़फोड़ न करने की एवज में 10 लाख की रिश्वत लेने के आरोप में कार्रवाई की थी।19 दिसंबर 2023 को कानूनगो और पटवारी को एनओसी के नाम पर पकड़े गए थे।

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