Thursday, May 9, 2024
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चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय : इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम में आवेदन की अंतिम तिथि 30 अप्रैल

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चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा (Chaudhary Devi Lal University Sirsa) के शिक्षा विभाग के द्वारा वर्ष 2023 -24 में इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम शुरू किया गया है, जो की 12वीं पास विद्यार्थियों को बीएड पाठ्यक्रम कर शिक्षक बनने के स्वप्न को पूरा कर सकता है। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुसार तथा राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) द्वारा प्रमाणीकृत है।

विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर रणजीत कौर ने बताया की इस प्रोग्राम का मुख्य उद्देश्य राष्ट्र को अच्छे शिक्षक प्रदान करना है। इस कार्यक्रम में दाखिले की न्यूनतम योग्यता 12वीं है। कोई भी 12वीं पास विद्यार्थी इस कार्यक्रम में दाखिला ले सकता है। कार्यक्रम में दाखिला लेने के लिए एनटीए द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर प्रवेश परीक्षा का संचालन किया जाएगा। इस प्रवेश परीक्षा के लिए विद्यार्थी स्वयं आवेदन कर सकता है। आवेदन के लिए विद्यार्थी www.nta.ac.in तथा https://ncet.samarth.ac.in/ पर जाकर अपना आवेदन पत्र भर सकते हैं। आवेदन की अंतिम तिथि 30 अप्रैल 2024 है। जिन विद्यार्थियों का 12वीं का परीक्षा परिणाम घोषित नही हुआ है, वह भी इस आवेदन पत्र को भर सकते हैं।

प्रवेश परीक्षा में विद्यार्थी मुख्यतः 12वीं कक्षा में पढ़े गए तीन विषय, दो भाषा से संबंधित विषय, एक सामान्य ज्ञान का विषय तथा एक शिक्षण कौशल (योग्यता) का चुनाव कर सकता है। यह प्रवेश परीक्षा कंप्यूटर आधारित होगी जिसमें बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे। प्रवेश परीक्षा से संबंधित संपूर्ण जानकारी तथा पाठ्यक्रम उपरोक्त दी गई वेबसाइट पर उपलब्ध है।

चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय में चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर एजुकेशन प्रोग्राम में दाखिला लेने हेतु एनटीए द्वारा आयोजित राष्ट्रीय प्रवेश परीक्षा में भाग लेना आवश्यक है। प्रवेश परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर ही विश्वविद्यालय में प्रवेश संभव होगा। विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में इस कार्यक्रम में विद्यार्थी बी.ए बी.एड तथा बी.एस.सी बी.एड में प्रत्येक में (50 सीट) दाखिला ले पाएगा। इस कार्यक्रम में विद्यार्थी अपने स्तर पर विषयों का चुनाव कर सकता है। उन्हें अपना पसंदीदा विषयो का चुनाव करने की छूट दी जाती है। इसके साथ-साथ प्रायोगिक विषयों के लिए लैब की व्यवस्था की गई है। वास्तव में यह कार्यक्रम शिक्षा जगत में तथा शिक्षकों को तैयार करने हेतु भारत सरकार का एक विशिष्ट कार्यक्रम है।

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