Thursday, May 2, 2024
Homeहरियाणारोहतकरोहतक के आईसी कॉलेज की छात्राओं पर मधुमक्खियों का अटैक, 25 छात्राएं...

रोहतक के आईसी कॉलेज की छात्राओं पर मधुमक्खियों का अटैक, 25 छात्राएं घायल

मधुमक्खियों के हमले से कॉलेज परिसर में हड़कंप मच गया। मधुमक्खियों के काटने से 25 लड़कियां घायल, 10 छात्राएं बेहोश हो गई। कई स्टूडेंट्स और स्टाफ के लोगों ने खुद को कमरे में बंद कर बचाया, घायल छात्राओं को पीजीआई में भर्ती कराया गया।

रोहतक। रोहतक के आईसी गर्ल्ज कॉलेज में गुरुवार दोपहर बाद मधुमक्खियों ने छात्राओं व स्टाफ कर्मचारियों पर हमला कर दिया। कॉलेज परिसर में पेड़ लगे छत्ते से अचानक मधुमक्खियों का झुंड उड़ने लगा। यह झुंड वहां छात्राओं व अन्य स्टाफ पर टूट पड़ा। इस अप्रत्याशित हमले से कॉलेज परिसर में भगदड़ व चीख पुकार मच गई। मधुमक्खियों ने 25 से अधिक लड़कियों व कर्मचारियों को काटा। इसमें कई छात्राएं बेसुध होने लगी।

प्राचार्य व अन्य शिक्षकों ने अपने वाहनों से बेसुध हो रही छात्राओं को तुरंत पीजीआई पहुंचाया। यहां करीब 25 छात्राओं का उपचार किया गया।मधुमक्खियों के इस हमले से कालेज में कुछ समय तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। इस दौरान कुछ छात्राओं के सिर से चुन्नी भी गिर गई तो किसी ने कमरों में खुद को बंद कर बचाव किया। उपचार के दौरान छात्राओं के बालों में भी मधुमक्खी मिली। छात्राओं ने बताया कि अचानक मधुमक्खियों के हमले से उनको कुछ समझ नहीं आया। जब तक कुछ जान पाती तब तक मधुमक्खियों ने उन्हें काट दिया। कालेज परिसर में पेड़ की टहनियों पर मधुमक्खियों के छत्ते लगे हुए हैं। ऐसे में ये मधुमक्खियां फिर भी हमला कर सकती हैं।

कॉलेज परिसर में लगे मधुमक्खियों के छत्ते

वीरवार को महिला महाविद्यालय रोज की भांति शुरू हुआ। यहां हजारों की संख्या में छात्राएं अध्ययन के पहुंची। कैंपस के खुले मैदान में सैकड़ों छात्राएं इधर-उधर बैठी थीं। इसी दौरान पेड़ पर लगा मधुमक्खियों का छत्ता अचानक उड़कर आकाश में मंडराने लगा। दोपहर बाद हुई घटी इस घटना से कॉलेज परिसर में हालात बिगड़ गए। मधु के डंक से चीखती-चिल्लाती छात्राएं इधर-उधर दौड़ने लगी। कुछ ही देर में पूरा कैंपस सुनसान हो गया। मैदान में छात्राओं के दुपट्टे, खाने-पीने का सामान, किताबें दूर तक बिखरी नजर आई। मधुमक्खियों ने अनेक छात्राओं को अपने डंक का शिकार बनाया। डंक की चुभन व दर्द से आहत छात्राएं तिलमिला उठीं।

मधुमक्खियों का हमला देख कॉलेज प्राचार्य व अन्य स्टाफ मदद के लिए दौड़ा। अपनी कारों में छात्रों को लेकर पीजीआई पहुंची। यहां किसी के बालों व किसी के कपड़ाें में तीन से छह मधुमक्खियां निकली। चिकित्सकों टीम ने भी तुरंत राहत पहुंचाते हुए उनका इलाज शुरू किया। कुछ छात्राओं को इंजेक्शन तो कुछ को ग्लूकोज तक चढ़ाना पड़ा। पीजीआई में 25 छात्राएं पहुंची। पलमोनारी एंड क्रिटीकल केयर मेडिसन यूनिट के अध्यक्ष डॉ. ध्रुव चौधरी खुद इमरजेंसी में मौके पर पहुंचे और छात्राओं की स्थिति जानकार उनके उपचार की व्यवस्था कराई। घटना की सूचना मिलने पर परिजन भी पीजीआई पहुंचे। यहां से इलाज के बाद वे अपने घर लौट गए।

बता दें कि कालेज में छह हजार से अधिक छात्राएं हैं जबकि दो सौ से अधिक शिक्षक व गैर शिक्षक भी हैं। ऐसे में अगर मधुमक्खियों के छत्ते नहीं हटाए गए तो फिर से ऐसी घटना हो सकती है। अभिभावकों की ओर से छत्तों को जल्द से जल्द हटाए जाने की मांग भी की गई हैं। हालांकि कालेज प्रशासन की ओर से भी इन छत्तों को हटाए जाने की प्रक्रिया शुरू करने के दावे किए जा रहे हैं।

आपको बता दे मधुमक्खियों द्वारा किया गया यह पहला हमला नहीं था। पहले भी ऐसे हादसे सामने आ चुके हैं। कुछ साल पहले 26 जनवरी की फाइनल रिहर्सल के दौरान मधुमक्खियां उड़ने से रिहर्सल प्रभावित हो गई थी। राजीव गांधी स्टेडियम में यह रिहर्सल हो रही थी। अभी भी वहां कुछ स्थानों पर छते हैं। वहीँ कुछ समय पहले एमडीयू में आल इंडिया इंटर यूनिवर्सिटी ताईक्वांडो स्पर्धा के दौरान मधुमक्खियों ने हमला बोला था। 10-11 लोगों को काट लिया था। छोटू राम स्टेडियम में दो साल पहले दिव्यांग खिलाड़ियों के जिला स्तरीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन हो रहा था। मधुमक्खियों के उड़ने से खिलाड़ियों ने मुश्किल से जान बचाई थी। कई खिलाड़ियों को काट लिया था।

चार साल पहले डीएलएफ कालोनी के पार्क में मधुमक्खियों के हमले में एक बुजुर्ग की मौत हो गई थी, जबकि करीब 22 अन्य लोगों को भी काट लिया था। करीब चार साल पहले भी राजकीय महिला कालेज में करीब आठ से 10 छात्राओं को मधुमक्खियों ने काटा था। पीजीआई में चल रही एक काउंसलिंग के दौरान पिछले साल कई स्टूडेंट्स और अभिभावक भी मधुमक्खियों के हमले में घायल हो चुके हैं।

- Advertisment -
RELATED NEWS

Most Popular