Monday, May 20, 2024
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आषाढ़ में गुप्त नवरात्रि में करें ये उपाय

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Ashadha Gupt Navratri: पूरे साल भर में चार बार नवरात्रि पड़ती है। इसमें चैत्र नवरात्रि, शारदीय नवरात्रि और गुप्त नवरात्रि होते हैं। आषाढ़ और माघ के महीने में पड़ने वाले नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहते हैं। इस साल 19 जून से आषाढ़ गुप्त नवरात्रि (Ashadha Gupt Navratri) शुरु हो रहे हैं।

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि तिथि (Ashadha Gupt Navratri)

आषाढ़ महीने में होने वाले गुप्त नवरात्रि की शुरुआत इस साल 19 जून से हो रही है और इसकी समाप्ति 28 जून को होगी। कलश स्थापना की शुभ मुहूर्त की बात करें तो वो 19 जून को सुबह 05 बजकर 23 मिनट से 07 बजकर 27 मिनट तक है। इसके अलावा नवरात्रि के पहले दिन सुबह 11 बजकर 55 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 50 मिनट तक अभिजीत मुहूर्त भी है, जिसमें कलश स्थापना की जा सकती है।

आषाढ़ गुप्त नवरात्रि पर कुछ उपाय करने से मनचाहे फल की प्राप्ति होती है

कष्टों से छुटाकारा पाने के लिए करें ये उपाय- अपने सभी कष्टों से छुटकारा पाने के लिए  10 महाविद्याओं की पूजा करने का विशेष विधान है। इससे व्यक्ति को सभी कष्टों से छुटकारा मिल जायेगा।

विवाह में आ रही अड़चन को दूर करने के लिए करें उपाय- विवाह में आ रही अड़चन को दूर करने के लिए गुप्त नवरात्रि की हर रात मां दुर्गा को लाल रंग के फूलों का माला चढ़ायें। इसके साथ ही घी का दीपक जलायें।

नौकरी और व्यापार में बढ़ोतरी करने के लिए करें ये उपाय- गुप्त नवरात्रि के दौरान मां दुर्गा को लाल रंग का फूल जरुर चढ़ायें। इसके साथ ही हवन करते समय चावल की खीर में शहद मिलाकर आहुति देने से बिजनेस और नौकरी में तरक्की मिलेगी और घर का वातावरण सकारात्मक रहेगा।

मां के 9 रुपों की होती है पूजा

गुप्त नवरात्रि में भी मां के शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चन्द्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, सिद्धिदात्री रूपों की पूजा होती है। गुप्त नवरात्रि तंत्र-मंत्र सीखने वालों के लिए काफी महत्वपूर्ण होती है। इस नवरात्रि में साधक 10 महाविद्या काली, तारा, छिन्नमस्ता, षोडशी, भुवनेश्वरी, त्रिपुर भैरवी, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी और कमला की उपासना करते हैं।
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