रोहतक। रोहतक में बिजली निगम या नगर निगम का कार्यालय हो या कैंप लोग अपनी समस्या लेकर संबंधित विभाग के पास जा रहे है। लेकिन उन्हें कही भी कभी भी कोई भी समाधान नहीं मिल रहा। जब कोई समाधान नहीं मिलता तो लोग ऐसे में अपनी शिकायत सीएम विंडो पर कर रहे हैं। लेकिन यहां भी उन्हें समाधान नहीं मिल रहा। बल्कि कर्मियों का हैरत में डालने वाला मामला सामने आ रहा है।
जिस विभाग की सीएम विंडों पर शिकायत लगाई जाती है उनसे सीएम कार्यालय की तरफ से जवाबदेही आती है। ऐसे में कर्मचारी फर्जी हस्ताक्षर कर समाधान की रिपोर्ट लगा दे रहे हैं। ऐसा ही मामला पहले नगर निगम में आ चूका है और अब बिजली निगम में सामने आया। जहां पीड़ित ने घर के बाहर खंभे पर तारों के मकड़जाल की शिकायत की। इस पर सीएम कार्यालय की तरफ से एक्शन के आदेश हुए। शिकायतकर्ता की आपत्ति पर मामले में जांच बैठाई गई है।
मामले के अनुसार काठमंडी नया पड़ाव निवासी विकास बंसल ने सीएम विडो पर शिकायत की थी कि उसके घर के पास खंभे और उसके आसपास तारों का जाल बना हुआ है। जिससे हर समय हादसे का डर बना रहता है। इस बारे में विभाग के क्षेत्रीय अफसरों से लेकर उच्च अधिकारियों तक शिकायत करके थक चुके हैं, लेकिन कार्रवाई नहीं की जाती है। एक्सईएन रविंद्र मलिक ने जाँच पर बताया कि पूरे मामले की जांच के साथ ही शिकायतकर्ता की समस्या भी खत्म की जा रही है।
अधिकारियों ने फर्जीवाड़े में शिकायतकर्ता के खुद ही फर्जी हस्ताक्षर करके उच्च अधिकारियों को भी संतुष्ट कर दिया। इसका पता शिकायतकर्ता विकास बंसल को चला। विकास ने फिर से अधिकारियों से फर्जीवाड़ा करके शिकायत खत्म करने की कड़ी आपत्ति जताई। इसमें एसडीओ नंबर 2 अभिमन्यु के खिलाफ शिकायत की और कड़ी कार्रवाई करने की मांग की। इस पर विभाग में मामले की जांच की। मामले में जगदीश नामक फोरमैन के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
वहीँ राजीव गांधी विद्युत भवन में मंगलवार को उपभोक्ताओं की शिकायत के समाधान के लिए जनता दरबार लगाया गया। इसकी अध्यक्षता एसई मनिन्दर सिंह ने की। दरबार में छह उपभोक्ता पहुंचे, इनमें से दो का मौके पर ही समाधान किया गया। उपभोक्ता विजेंद्र का बिल बढ़ा हुआ आने से वह काफी परेशान और गुहार लगा रहा था कि साहब बढ़ा हुआ बिल जल्दी से कम करवा दो, चक्कर लगा-लगा थक चुका हूं। हालांकि एसई ने एसडीओ को समाधान के आदेश दे दिए हैं।
घिलोड़ निवासी अमरजीत ने बताया कि वह जसिया गांव के ऑफिस में भी समाधान के लिए पांच बार चक्कर काट चुका हूं। लेकिन अधिकारियों द्वारा आश्वासन ही मिलता रहा। मंगलवार को बिजली दरबार में काफी आशा लेकर पहुंचा हूं। लेकिन अभी भी समाधान के लिए आश्वासन ही मिला है। स्थाई समाधान अभी भी नहीं हुआ है। बिजली दरबार में ज्यादातर समस्याएं बिल ज्यादा आने की रही।
एक अन्य उपभोक्ता राजबीर ने बताया कि पिछले महीने बिल ज्यादा आने के कारण उसको भर दिया गया था। लेकिन वहीं बिल दोबारा से जुड़कर आ गया। एसई के समक्ष समस्या को रखा तो मौके पर अधिकारी को बुलाकर समाधान के आदेश दिए। लेकिन जब तक अगला बिल नहीं आएगा तब तक समाधान होने का नहीं पता चल पाएगा। वैसे जनता दरबार में कह दिया जाता है कि समाधान हो गया है लेकिन अभी तक किसी को भी दिखावटी दरबार संतुष्ट नहीं कर पाया है और यही हालत नगर निगम जनता दरबार के भी हैं।