पंजाब में पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ने और बस किराए में बढ़ोतरी से मध्यम वर्ग को बड़ा झटका लगा है। इसका असर अब सब्जियों और फलों पर देखने को मिल रहा है। सब्जियों पर महंगाई की जबरदस्त मार पड़ी है। बाजार में लहसुन 400 रुपये प्रति किलो बिक रहा है और जो प्याज कुछ दिन पहले 50 रुपये बिक रहा था उसका रेट बढ़कर 60 रुपये प्रति किलो हो गया है।
मटर 160 रुपये प्रति किलो बिक रही है। शिमला मिर्च 120 किलो के पार हो गई है। अन्य सब्जियों में 10 से 20 या इससे भी अधिक। लोगों को महंगाई से राहत मिलने की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है। हालांकि महंगाई लोगों की सबसे बड़ी समस्या थी। उन्होंने कहा कि आम आदमी के लिए दो वक्त के भोजन का स्वाद भी फीका हो गया है। सब्जियों की कीमत बढ़ने से खाना पकाने की लागत बढ़ गयी है, जिससे हर आदमी परेशान हैं।
वहीं केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए कच्चे और रिफाइंड तेल पर कस्टम ड्यूटी (खाद्य तेल पर कस्टम ड्यूटी) बढ़ा दी है। यह बढ़ोतरी सूरजमुखी तेल, पाम तेल और सोयाबीन तेल पर की गई है। सरकारी अधिसूचना के मुताबिक, कच्चे तेल पर सीमा शुल्क शून्य से बढ़ाकर 20 फीसदी कर दिया गया है, जबकि रिफाइंड तेल पर सीमा शुल्क अब 32.5 फीसदी कर दिया गया है।
वित्त मंत्रालय की ओर से जारी अधिसूचना में कहा गया है कि सरकार ने कच्चे और रिफाइंड सूरजमुखी तेल, पाम तेल और सोयाबीन तेल पर मूल सीमा शुल्क में बढ़ोतरी की घोषणा की है। इसे बढ़ाकर 20 फीसदी और 32.5 फीसदी कर दिया गया है। सीमा शुल्क में बदलाव के बाद नई दरें आज यानी 14 सितंबर 2024 से लागू हो गई हैं।
कच्चे तेल पर मूल सीमा शुल्क 0-20% है, जबकि रिफाइंड तेल पर यह अब 12.5-32.5% है। मूल सीमा शुल्क में बढ़ोतरी के बाद अब कच्चे तेल और रिफाइंड तेल पर प्रभावी शुल्क क्रमश: 5.5 फीसदी से बढ़कर 27.5 फीसदी और 13.75 फीसदी से बढ़कर 35.75 फीसदी हो जाएगा। इससे आने वाले दिनों में खाद्य तेल की कीमतें बढ़ने की संभावना है।