यस बैंक को लेकर इस वक्त की बड़ी खबर सामने आई है।एक मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक यस बैंक ने 500 कर्मचारियों को निकाल दिया है। इसके साथ ही बताया जा रहा है कि आने वाले समय में और भी लोगों की नौकरी जा सकती है।
ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक यस बैंक ने ये फैसला अपनी लागत को कम करने के लिए किया है।बैंक डिजिटल बैंकिंग की ओर झुकाव पर फोकस करना चाहता है। इसलिए लागत को कम करने के लिए यस बैंक डिजिटल बैंकिंग पर ध्यान बढ़ा रहा है, ताकि मैनुअली हस्तक्षेप करने की जरूरत कम से कम हो। ऐसा करने से कर्मचारियों पर बैंक की निर्भरता कम होगी।
बीते कुछ सालों में यस बैंक की लागत तेजी से बढ़ी है। सिर्फ पिछले वित्त वर्ष में लागत में लगभग 17 फीसदी तेजी आई है। बैंक का कर्मचारियों पर खर्च इस दौरान 12 फीसदी से ज्यादा बढ़ा है।ऐसे में आने वाले दिनों में छंटनी का दौर जारी रह सकता है और अतिरिक्त कर्मचारियों को भी निकाला जा सकता है।
वहीं काम से निकाले गए कर्मचारियों को बैंक ने 3 महीने की सैलरी के बराबर राहत पैकेज दिया है। बताया जा रहा है कि इस छंटनी का सबसे ज्यादा असर ब्रांच बैंकिंग पर होने वाला है क्योंकि सबसे ज्यादा कर्मचारी इसी सेगमेंट से बाहर किए गए हैं।