रोहतक। रोहतक में साइबर ठगों ने धोखाधड़ी का नया तरीका अपना लिया है। अब लोगों को रिश्तेदार का नाम लेकर विश्वास में ले रहे हैं और फिर अकाउंट से पैसे निकलवाकर धोखाधड़ी की जा ही है। या फिर नौकरी का झांसा देकर लोगों को शिकार बना रहे हैं। रोहतक में दो लोगों से धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। जिसमें एक से नौकरी का झांसा देकर रुपए ठगने का मामला सामने आया है। वहीं दूसरे केस में फोन हैक करके खाते से रुपए निकाल लिए गए। दोनों मामलों की शिकायत महम थाना में दी गई, जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया।
नौकरी का दिया झांसा
रोहतक के गांव भैणी भैरो निवासी दीपक ने महम थाना में धोखाधड़ी की शिकायत दी। शिकायत में बताया कि 25 अप्रैल को उसके मोबाइल पर एक फोन आया। सामने वाले ने कहा कि वह नौकरी लगवा सकता है। फोन करने वाले ने नौकरी लगवाने का झांसा दिया और अपनी बातों में फंसा लिया। उसकी बातों में आकर उसने अपनी मां के बैंक खाते से 68 हजार रुपए गुगल पे के जरिए ट्रांसफर कर दिए। जब इस धोखाधड़ी का पता लगा तो मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने मामला दर्ज करके कार्रवाई शुरू कर दी है।
फोन को हैक करके की ठगी
रोहतक के गांव किशनगढ़ निवासी प्रमोद ने महम थाना पुलिस को धोखाधड़ी की शिकायत दी। जिसमें बताया गया कि 9 मई की रात करीब साढ़े 9 बजे किसी अज्ञात नंबर से उसके पास फोन आया। इसके बाद सामने वाले ने पता नहीं क्या सेटिंग की कि उसका फोन हैक कर लिया। उसके मोबाइल नंबर से एसबीआई का खाता अटैच था। जिससे आरोपी ने 2 ट्रांजेक्शन में 20-20 हजार करके कुल 40 हजार रुपए निकाल लिए। इसके बाद मामले की शिकायत पुलिस को दे दी। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज करके जांच शुरू कर दी।
ठगों ने झांसा देने के लिए निकाले अलग अलग तरीके
इसके अलावा भी पिछले कुछ दिनों में हुई ठगी को देखकर पता चलता है कि ठग लोगों को अलग अलग तरीके से झांसे देकर खाते खाली कर रहे हैं। उदाहरण के तौर पर लोगों के पास फोन आ रहे है कि आपके पापा ने 3000 रुपये भेजने के लिए कहा था और गलती से आपके खाते में 30 हजार रुपये भेज दिए। इसे साबित करने के लिए ठग संबंधित को फर्जी टैक्स मैसेज भी भेज देते हैं। इससे वह झांसे में आ जाते हैं और फिर बाकी बचे पैसे निकलवा लेते हैं।
इस तरह ठगी के कई मामले सामने आ चुके हैं। इस तरह के ठग पुलिस के लिए भी सिरदर्द बने हुए हैं। अब पुलिस इन्हें तलाशने में लगी है। ऐसे ठगों को पकड़ने के लिए पुलिस इस्तेमाल नंबरों को ट्रेस कर रही है। पीड़ितों को जब पता लगता है, धोखाधड़ी के शिकार लोग जब अपना बैलेंस की जांच करते है तो पता चलता है कि ठग ने जो मैसेज वाट्सअप या टैक्स मैसेज किया है, वह फर्जी है। फिर पुलिस को शिकायत की जा जाती है और फिर ठगों के फोन नंबर भी बंद आते हैं।
इनसे हो चुकी धोखाधड़ी
कन्हेली गांव में रहने वाली महिला रिंकू देवी ने शिवाजी थाना में दी शिकायत में बताया कि वह कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस में काम करती है। उनके पास एक काल आई, जिसमें व्यक्ति ने बोला कि सुखविंद्र ने तीन हजार रुपये भेजने है और गलती से उसने 30 हजार रुपये भेज दिए। आरोपित ने बोला पैसे ज्यादा आ गए और कहा कि 27 हजार रुपये वापस गूगल पे कर दो, इसके बाद आरोपित के खाते में पेमेंट कर दी। इसके बाद फिर से 3999 की पेमेंट की। इसके बाद शक हुआ कि कहीं धोखाधड़ी तो नहीं हुई। फिर जैसे ही अकाउंट चेक किया तो खाते में पैसे आए ही नहीं थे। इस तरह कुल 30,999 रुपये की धोखाधड़ी कर ली।
हेडक्वाटर डीएसपी रवि खुंडिया ने कहा कि धोखाधड़ी करने वालों से सावधान रहें। पुलिस द्वारा लोगों को समय-समय पर जागरूक किया जा रहा है। किसी अनजान को अपना ओटीपी न बताए और न ही किसी लिंक पर क्लिक करें। सचेत रहने से ही धोखाधड़ी से बचा जा सकता है। धोखाधड़ी करने वालों को पकड़ने के लिए पुलिस टीमें लगी हुई है।